पूर्व टीएमसी नेता दिनेश त्रिवेदी बीजेपी में शामिल, जेपी नड्डा और पीयूष गोयल की मौजूदगी में ली सदस्यता

दिनेश त्रिवेदी टीएमसी से राज्यसभा सांसद रह चुके हैं, 12 फरवरी को जब उन्होंने सदन में इस्तीफे का एलान किया था, तभी से माना जा रहा था कि वे बीजेपी में जाने वाले हैं

Updated: Mar 06, 2021, 08:21 AM IST

नई दिल्ली। पूर्व टीएमसी सांसद दिनेश त्रिवेदी आज बीजेपी में शामिल हो गए हैं। उन्होंने दिल्ली में बीजेपी के मुख्यालय में पार्टी की सदस्यता ली। इस मौके पर बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा और केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल भी मौजूदगी रहे। तृणमूल कांग्रेस के राज्यसभा सांसद रहे त्रिवेदी ने 12 फरवरी को संसद के बजट सत्र के दौरान इस्तीफे का एलान कर दिया था। तभी से यह चर्चा हो रही थी कि वे किसी भी दिन बीजेपी के पाले में खड़े नज़र आ सकते हैं। 

संसद में टीएमसी छोड़ने का एलान करते समय दिनेश त्रिवेदी ने कहा था कि उन्होंने अपनी अंतरात्मा की आवाज़ पर यह फैसला लिया है। तब त्रिवेदी ने यह भी कहा था कि वे टीएमसी छोड़ने का फैसला पश्चिम बंगाल की जनता के लिए कर रहे हैं। उनके बीजेपी में शामिल होने के साथ ही साफ हो गया है कि उनके बयान का असली मतलब क्या था। हालांकि अब तक यह साफ नहीं है कि बीजेपी उन्हें चुनाव मैदान में उतारने का फैसला करती है या नहीं। 

दिनेश त्रिवेदी यूपीए सरकार के कार्यकाल में टीएमसी के कोटे से देश के रेल मंत्री भी रह चुके हैं। ममता बनर्जी ने पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री बनने के बाद अपनी जगह दिनेश त्रिवेदी को रेल मंत्री बनया था। लेकिन मंत्री बनने के बाद उन्होंने ममता बनर्जी की मर्ज़ी के खिलाफ रेल का किराया बढ़ा दिया था, जिससे नाराज़ होकर ममता ने उन्हें रेल मंत्रालय से हटा दिया था। दिलचस्प बात यह है कि दिनेश त्रिवेदी को हटाने के बाद ममता ने जिन मुकुल रॉय को रेल मंत्री बनाया था, वे पहले ही बीजेपी में शामिल हो चुके हैं। और अब दिनेश त्रिवेदी भी उन्हीं की राह पर चल  पड़े हैं। मुकुल रॉय जब टीएमसी में थे तो बीजेपी उन्हें चिटफंड घोटाले का किंगपिन बताते हुए तीखे हमले करती थी और ममता बनर्जी उनका बचाव करती थीं। बीजेपी में जाने के बाद से मुकुल रॉय को तमाम आरोपों में निशाना बनाए जाने से निजात मिल गई। 

दरअसल, मुकुल रॉय की तरह टीएमसी छोड़कर बीजेपी का दामन थामने वालों की इस विधानसभा चुनाव से पहले कतार लगी हुई है। ममता सरकार में लंबे अरसे तक सत्ता का सुख भोगने वाले चुनाव से ठीक पहले टीएमसी की नाव छोड़कर बीजेपी के जहाज में छलांग लगा चुके हैं। ममता सरकार में ताकतवर मंत्री रहे शुभेंदु अधिकारी ऐसे लोगों में प्रमुख हैं। उनके अलावा राजीव बनर्जी और वैशाली डालमिया समेत कई और नेता भी पिछले कुछ अरसे में ममता का साथ छोड़ बीजेपी के पाले में जा चुके हैं।