गूगल इंडिया ने अपने 453 कर्मचारियों को किया बाहर, नौकरी गंवाने वालों ने लिंक्डइन पर बयां किया अपना दर्द

गूगल से पहले अमेजन, ट्विटर जैसे कई टेक कंपनियों ने अपने हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। वैश्विक मंदी के दौर में कॉस्ट कटिंग का हवाला देकर कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है।

Updated: Feb 18, 2023, 03:23 AM IST

नई दिल्ली। वैश्विक मंदी के बीच कर्मचारियों की छंटनी का दौर लगातार चल रहा है। इसी बीच गूगल इंडिया ने भी कर्मचारियों को बाहर करने का फैसला कर लिया है। रिपोर्ट्स के अनुसार गूगल इंडिया ने अपने करीब 453 कर्मचारियों को नौकरी से निकाल दिया है। जिन 400 से अधिक कर्मचारियों को नौकरी से निकाला गया है उन्हें इस विषय में मेल के जरिए जानकारी दी गई। 

गूगल इंडिया कंट्री हेड और वाइस प्रेसिडेंट संजय गुप्ता ने बीते दिनों कर्मचारियों को मेल भेजकर यह जानकारी दी है। माना जा रहा है कि भारत में यह छंटनी वैश्विक स्तर पर गूगल में बड़े पैमाने पर नौकरी कटौती के फैसले का हिस्सा थी, जिसने कंपनी में वैश्विक स्तर पर 12,000 कर्मचारियों को प्रभावित किया है। हालांकि अभी तक यह स्पष्ट नहीं है कि गूगल में होने वाली 12,000 कर्मचारियों की छंटनी की लिस्ट में इंडिया के कर्मचारी शामिल हैं या नही।

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नौकरी से निकाले जाने के बाद गूगल के गुरुग्राम कार्यालय में एक अकाउंट मैनेजर कमल दवे ने लिंक्डइन पर अपना दर्द बयां करते हुए लिखा, "मैं भी कल गूगल इंडिया में छंटनी का शिकार बना। गूगल में मैं अकाउंट मैनेजर/कंसल्टेंट के रूप में काम कर रहा था। कई उद्योगों के लिए डिजिटल मार्केटिंग लक्ष्यों को पूरा करना मेरे काम का फोकस था।" दवे ने आगे लिखा, "मैं एक नई भूमिका की तलाश कर रहा हूं और आपके समर्थन की सराहना करूंगा। किसी भी संपर्क, सलाह या अवसरों के लिए अग्रिम धन्यवाद।"

अल्फाबेट और गूगल के सीईओ सुंदर पिचाई ने बेतरतीब ढंग से छंटनी किए जाने को लेकर पहले कहा था कि उन्हें कार्यबल को कम करने के लिए गहरा खेद है। पिचाई ने कर्मचारियों को एक ईमेल में कहा कि वह 'उन फैसलों की पूरी जिम्मेदारी लेते हैं जो हमें यहां तक ले आए।' बता दें कि केवल गूगल ही नहीं बल्कि इससे पहले अमेजन, ट्विटर जैसे कई टेक कंपनियों ने अपने हजारों कर्मचारियों को बाहर का रास्ता दिखाया है। वैश्विक मंदी के दौर में कॉस्ट कटिंग का हवाला देकर कंपनियां अपने कर्मचारियों की छंटनी कर रहा है।