शिंदे गुट को मिली मान्यता के बाद दफ्तरों के कब्जे की लड़ाई, रत्नागिरी में भिड़े दोनों गुट के कार्यकर्ता

चुनाव आयोग ने शुक्रवार को एकनाथ शिंदे वाले गुट को असली शिवसेना करार दिया और उसका चुनाव चिन्ह तीर कमान भी बरकरार रखा गया

Publish: Feb 18, 2023, 02:39 AM IST

मुंबई। चुनाव आयोग से मिली मान्यता के बाद अब एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना के कार्यकर्ता पार्टी दफ्तर हथियाने पर उतारू हो गए हैं। महाराष्ट्र के रत्नागिरी में उद्धव और शिंदे गुट के कार्यकर्ता दफ्तर के लिए आपस में भिड़ गए। हालांकि पुलिस ने बीच बचाव कर मामले को वहीं शांत कर दिया। 

चुनाव आयोग द्वारा शिंदे गुट को असली शिवसेना करार दिए जाने के कुछ ही घंटों बाद शुक्रवार शाम को शिवसेना के दोनों विरोधी गुटों के कार्यकर्ता रत्नागिरी के दापोली में भिड़ गए। शिंदे गुट के कार्यकर्ताओं ने दापोली में सेना शाखा को अपने कब्जे में लेने के प्रयास किए। जिसके बाद क्षेत्र में तनाव फैल गया। हालांकि पुलिस ने समय रहते मामले को नियंत्रित कर लिया। 

महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने पिछले वर्ष जून के महीने में पार्टी से विद्रोह कर दिया था। शिंदे अपने गुट के विधायकों को लेकर फरार हो गए। जिसके बाद राज्य में महाविकास आघाड़ी की सरकार गिर गई और बीजेपी एक बार फिर चोर दरवाजे के ज़रिए सत्ता वापस हथियाने में कामयाब हो गई। 

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एकनाथ शिंदे को इनाम स्वरूप सीएम की कुर्सी सौंपी गई जबकि ख़ुद देवेंद्र फडणवीस को उपमुख्यमंत्री के पद से संतोष करना पड़ा। हालांकि शिंदे के लिए राह अभी इतनी आसान नहीं थी। असल लड़ाई यह साबित करने की थी कि आख़िर दोनों गुटों में असली शिवसेना का नेतृत्व कौन करता है। शुक्रवार को चुनाव आयोग ने एकनाथ शिंदे के गुट को असली शिवसेना माना और तीर कमान के चुनाव चिन्ह को भी बरकरार रखा गया।