IIT BHU में गन प्वाइंट पर छात्रा के कपड़े उतरवाए, विरोध में सड़क पर उतरे हजारों छात्र, कैंपस बंद

IIT-BHU में बुधवार देर रात एक छात्रा से छेड़छाड़ हुई। तीन युवकों ने एक छात्रा को रोककर गन प्वाइंट पर उसके कपड़े उतरवाए, घटना को लेकर स्टूडेंट्स में भयंकर आक्रोश है।

Updated: Nov 02, 2023, 03:54 PM IST

वाराणसी। IIT BHU में एक छात्रा से छेड़खानी का शर्मनाक मामला सामने आया है। बताया जा रहा है बुधवार देर रात कुछ बदमाशों ने गन पॉइंट पर एक छात्रा के कपड़े उतरवाए और उसके साथ छेड़खानी की। गुरूवार सुबह मामला इतना गरमा गया कि हजारों छात्र इसके विरोध में उतर आए और कैंपस को बंद करना पड़ा।

रिपोर्ट्स के मुताबिक, छात्रा ने एफआईआर भी दर्ज कराई है। उसने बताया, 'मैं IIT BHU के न्यू गर्ल्स हॉस्टल से निकली थी। गांधी स्मृति छात्रावास चौराहे के पास मुझे मेरा दोस्त मिला। हम दोनों साथ चल रहे थे, तभी तीन लोग बाइक पर सवार होकर आए। बाइक से उतरकर वे मुझे मेरे दोस्त से अलग ले गए। मुझे जबरन किस किया। उसके बाद मेरे सारे कपड़े निकालकर वीडियो बनाया। मैं चिल्लाई तो मुझे मारने की धमकी दी। मुझसे मेरा फोन नंबर भी लिया। 10-15 मिनट तक बंधक बनाए रखने के बाद छोड़ दिया।'

सुबह विश्वविद्यालय परिसर में खबर फैलने के बाद करीब 2500 छात्र डायरेक्टर ऑफिस के सामने धरने पर बैठ गए। छात्रों ने कहा कि जब तक आरोपियों की गिरफ्तारी नहीं होगी, वे नहीं हटेंगे। धरना दे रहे छात्र दीपक कुमार ठाकुर ने बताया कि सबसे बड़ी बात यह है कि जिस जगह यह घटना हुई है वहां से 50 मीटर की दूरी पर प्रॉक्टोरियल बोर्ड का बूथ है। यहां सुरक्षा गार्ड मौजूद रहते हैं, लेकिन लड़की को बचाने कोई नहीं आया। पूरे परिसर में लगे हुए CCTV कैमरे भी खराब हैं। फिलहाल आईआईटी बीएचयू का कैंपस बंद कर दिया गया है और इंटरनेट सेवा भी सस्पेंड कर दी गई है।

IIT-BHU में ह्यूमेनिटिज के शोध छात्र दीपक राठौर ने कहा, '1 नवंबर की रात में अब तक का सबसे बड़ा हीनियस क्राइम हुआ है। लड़की का अश्लील वीडियो भी बना लिया गया है। रात में छात्रा के साथ हद से ज्यादा गलत काम किया गया। IIT-BHU प्रशासन, प्रॉक्टोरियल बोर्ड और डायरेक्टर की ओर से अभी कोई जवाब नहीं दिया जा रहा है। हो सकता है कि उस जगह की CCTV फुटेज से भी खिलवाड़ कर दिया जाए। आए दिन संस्थान की छात्राओं संग छेड़खानी की जा रही है। इस पर संस्थान के अधिकारी खामोश हैं। हम चाहते हैं कि कैंपस को पूरी तरह से बंद किया जाना चाहिए।'