सारे जहां से अच्छा, हिंदोस्तां हमारा... लिखने वाले इकबाल को दिल्ली यूनिवर्सिटी के सिलेबस से हटाया गया

इकबाल को बीए पॉलिटिकल साइंस के सिलेबस के ‘मॉडर्न इंडियन पॉलिटिकल थाउट’ चैप्टर में विस्तार से पढ़ाया जाता था।

Updated: May 28, 2023, 08:35 AM IST

नई दिल्ली। भारत के लोग पूरी दुनिया में 'सारे जहां से अच्छा हिंदोस्तां हमारा' गीत गुनगुनाते हैं। यह गीत मशहूर शायर मोहम्मद इकबाल ने लिखा था। विभाजन के बाद इकबाल पाकिस्तान चले गए और वहां के राष्ट्र कवि कहे गए। अब दिल्ली यूनिवर्सिटी ने राजनीतिक विज्ञान के सिलेबस से मोहम्मद इकबाल से जुड़े एक चैप्टर को हटाने का निर्णय लिया है।

शुक्रवार को लंबे समय तक चली बैठक के बाद दिल्ली विश्वविद्यालय की अकादमकि काउंसिल ने यह फैसला लिया गया। इस बैठक में कवि इकबाल को पाठ्यक्रम से हटाने के लिए पॉलिटिकल साइंस के पाठ्यक्रम में बदलाव किया गया। इसे लेकर यूनिवर्सिटी प्रशासन ने प्रपोजल भी पास किया है। इसके साथ ही गांधी पर आधारित एक पेपर को चौथे से सातवें सेमेस्टर में जोड़ा गया।

रिपोर्ट्स के मुताबिक यूनिवर्सिटी ए़डमिनिस्ट्रेशन की बैठक में डीयू के वाइस चांसलर योगेश सिंह ने कमेंट करते हुए कहा है कि भारत को तोड़ने की नींव रखने वालों को सिलेबस में नहीं होना चाहिए। वहीं इकबाल को हटाने के साथ ही इस मौके पर कुलपति ने डॉ भीमराव अंबेडकर को अधिक से अधिक पढ़ाने पर भी जोर दिया।

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वाइस चांसलर योगेश सिंह ने कहा कि, "इकबाल ने मुस्लिम लीग और पाकिस्तान आंदोलन का समर्थन करते हुए गीत लिखे थे। भारत के विभाजन और पाकिस्तान की स्थापना का विचार सबसे पहले इकबाल ने उठाया था। हमें ऐसे व्यक्तियों को पढ़ाने के बजाय अपने राष्ट्र नायकों का अध्ययन करना चाहिए।" विश्वविद्यालय के अधिकारियों ने कहा कि 'आधुनिक भारतीय राजनीतिक विचार' नाम का अध्याय बीए के छठे सेमेस्टर के सिलेबस का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि मामला अब विश्वविद्यालय की कार्यकारी परिषद के समक्ष पेश किया जाएगा, जो अंतिम निर्णय लेगी। यह बैठक 9 जून को होगी।

अविभाजित भारत के सियालकोट में 1877 में जन्मे इकबाल ने प्रसिद्ध गीत 'सारे जहां से अच्छा' लिखा था। उन्हें अक्सर पाकिस्तान का विचार देने का श्रेय दिया जाता। इकबाल उर्दू और फारसी के मशहूर शायर हैं। वे भारतीय उपमहाद्वीप के सबसे प्रमुख उर्दू और फारसी शायरों में से एक हैं। उन्हें पाकिस्तान के राष्ट्रीय कवि के रूप में भी जाना जाता है।