MP: स्कूल शिक्षा विभाग में करोड़ों का भ्रष्टचार, कांग्रेस ने कैंडल लाइट में प्रेस कॉन्फ्रेंस कर लगाए गंभीर आरोप

कांग्रेस नेता पुनीत टंडन ने कहा कि उन्होंने वाहनों की जानकारी राज्य शिक्षा केंद्र और परिवहन विभाग (RTO) से सूचना का अधिकार (RTI) के तहत हासिल की है। इसमें 6 वाहनों के नाम पर विसंगतियां मिली हैं।

Updated: Feb 28, 2024, 06:57 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश कांग्रेस ने स्कूल शिक्षा विभाग में वाहन बिल में बड़े स्तर पर घोटाला उजागर किया है।पार्टी नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बताया कि तत्कालीन विभागीय मंत्री इंदर सिंह परमार के स्टाफ के लिए इस्तेमाल 6 वाहनों के बिल में फर्जीवाड़ा किया गया।

कांग्रेस ने बुधवार को पीसीसी मुख्यालय में प्रेस कॉन्फ्रेंस रखी थी। इस दौरान उन्हें मोमबत्ती की रोशनी में पीसी करनी पड़ी। दरअसल, लाइट न होने के चलते मोमबत्ती की रोशनी में प्रेस कॉन्फ्रेंस किया गया। कांग्रेस मीडिया विभाग के अध्यक्ष केके मिश्रा ने आरोप लगाया, कि कोई आंधी नहीं, कोई तूफान नहीं उसके बाद भी आधे भोपाल में लाइट नहीं है। मजबूरी वस मोमबत्ती की रोशनी में हमें पीसी करनी पड़ रही है।

कांग्रेस नेता पुनीत टंडन ने कहा कि उन्होंने वाहनों की जानकारी राज्य शिक्षा केंद्र और परिवहन विभाग (RTO) से सूचना का अधिकार (RTI) के तहत हासिल की है। इसमें 6 वाहनों के नाम पर विसंगतियां मिली हैं। स्कूल शिक्षा मंत्री के स्टाफ को उपलब्ध कराए गए वाहन MP04-ZK-4477 को राज्य शिक्षा केंद्र ने अपने रिकॉर्ड में मारुति सियाज दर्ज किया है। परिवहन विभाग से RTI में मांगी गई जानकारी में बताया गया कि यह वाहन परिवहन विभाग में रजिस्टर्ड ही नहीं है। इसके किराए के तौर पर एक जून 2023 से 30 जून 2023 तक 64,352 रुपए का भुगतान किया गया।

इसी तरह MP04-CA-9529 नंबर का वाहन राज्य शिक्षा केंद्र में प्रशासन कक्ष को आवंटित है। इसके मालिक को 6 माह में 2,25,057 रुपए का भुगतान किया गया। कांग्रेस ने आपत्ति दर्ज कराई है कि यह वाहन मारुति स्विफ्ट डिजायर बताया गया जबकि परिवहन विभाग में यह मारुति 800 नाम से दर्ज है।
विभाग ने MP04-CW-9950 के एक बिल में गाड़ी का नाम मारुति सियाज दर्ज किया है। परिवहन विभाग में यह वाहन हुंडई कंपनी की क्रेटा कार बताया गया। इस वाहन का बिल 13 महीने के लिए 8,62,236 रुपए चुकाया गया।

इतना ही नहीं स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम पर आवंटित इनोवा क्रिस्टा नंबर MP04-BC-7755 को 11 महीने में कुल 17,92,133 रुपए का भुगतान किया गया। अनुबंध के अनुसार, इस गाड़ी के लिए 75,000 रुपए प्रतिमाह किराया और अतिरिक्त चलने पर 18.50 रुपए प्रति किलोमीटर की दर से भुगतान किया गया।
वहीं, मंत्री के स्टाफ में अटैच एक अन्य वाहन MP04-BC-7480 नंबर की इनोवा क्रिस्टा दर्ज है। इसकी भी परिवहन विभाग में पड़ताल की गई तो यह स्कॉर्पियो निकली। इस वाहन का 1 अप्रैल 2023 से 30 अप्रैल 2023 तक एक माह का किराया 1,80,628 रुपए चुकाया गया।

स्कूल शिक्षा मंत्री के नाम पर एक अन्य आवंटित वाहन इनोवा क्रिस्टा क्रमांक MP04-ZH-5566 के लिए 2 महीने की राशि 3,92,076 रुपए भुगतान की गई। यह वाहन परिवहन विभाग में प्राइवेट कोटे पर दर्ज है। कांग्रेस ने इन जानकारियों को उजागर करते हुए भाजपा सरकार पर गंभीर आरोप लगाए हैं। साथ ही मामले की उच्चस्तरीय जांच कर कार्रवाई की मांग की है।