चुनावी फोटो-ऑप्स के उस्ताद, पीएम मोदी के तेजस से उड़ान भरने पर कांग्रेस का तंज
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने पीएम मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, '2014 से पहले के प्रयासों और मेहनतों को स्वीकार करने में 'चुनावी फोटो-ऑप्स' के मास्टर का कुछ नहीं जाता, जो कि उनके क्रेडिट लेने के दावे के लिए आवश्यक थे।'
नई दिल्ली। राजस्थान में वोटिंग के बीच पीएम मोदी के 'तेजस स्टंट' को लेकर खूब चर्चा हो रही है। टीवी चैनलों द्वारा मोदी के तेजस से उड़ान भरने पर लगातार कार्यक्रम कर भाजपा के पक्ष में माहौल बनाने की भी भरपूर कोशिशें हुई। पीएम का यह राजस्थान चुनवा में भाजपा को फायदा दिलाएगा या नहीं यह तो 3 नवंबर को ही पता चलेगा। हालांकि, कांग्रेस ने इसे लेकर पीएम मोदी पर तीखा हमला बोला है।
कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म 'एक्स' पर एक पोस्ट में पीएम मोदी पर निशाना साधा और कहा, 'तेजस हमारी स्वदेशी वैज्ञानिक और तकनीकी ताकत व क्षमता की एक और मिसाल है, जो दशकों के मजबूत संकल्प का नतीजा है।'
Tejas is yet another tribute to our indigenous scientific and technological capacity and capability that has been built up resolutely over the decades.
— Jairam Ramesh (@Jairam_Ramesh) November 25, 2023
Tejas has been designed by the Aeronautical Development Agency(ADA) that was established in 1984 and that worked…
जयराम रमेश ने कहा, 'तेजस को एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (एडीए) द्वारा डिजाइन किया गया है। इसे 1984 में स्थापित किया गया था और इसने हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (एचएएल), नेशनल एयरोस्पेस लेबोरेटरीज (एनएएल), भारतीय वायु सेना और भारतीय नौसेना के साथ मिलकर काम किया। हल्के लड़ाकू विमान (एलसीए) के डिजाइन को छह साल बाद अंतिम रूप दिया गया। आखिरकार 2011 में परिचालन मंजूरी दी गई। इस सफर में कई अन्य महत्वपूर्ण मील के पत्थर भी हैं।'
कांग्रेस नेता ने आगे कहा, '2014 से पहले के प्रयासों और मेहनत को स्वीकार करने में 'चुनावी फोटो खिंचवाने' के उस्ताद का कुछ नहीं जाता, जो कि उनके श्रेय लेने के दावे के लिए जरूरी थे।' बता दें कि पीएम मोदी ने शनिवार को अपनी बेंगलुरु यात्रा के दौरान तेजस विमान में उड़ान भरी और कहा कि इस अनुभव से देश की स्वदेशी क्षमताओं में उनका विश्वास बढ़ा है। मीडिया में भी इसे पीएम मोदी और भाजपा सरकार की उपलब्धि के तौर पर प्रचारित किया गया। हालांकि, तत्कालीन मनमोहन सिंह सरकार के दौरान 2011 में परिचालन की मंजूरी दी गई थी।