मोदी अगले साल झंडा जरूर फहराएंगे लेकिन अपने घर पर, पीएम के बयान पर कांग्रेस अध्यक्ष का पलटवार

पीएम मोदी के झंडा फहराने वाले बयान पर पलटवार करते हुए कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा कि वे आज भी अहंकार दिखा रहे हैं, तो देश निर्माण कैसे करेंगे। अगले साल मोदी अपने घर पर झंडा फहराएंगे।

Updated: Aug 15, 2023, 05:51 PM IST

नई दिल्ली। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को लाल किले पर ध्वजरोहण के बाद कहा कि अगली बार फिर मैं लाल किले से तिरंगा फहराऊंगा। पीएम के इस बयान पर विपक्षी दलों ने तीखी प्रतिक्रिया दी है। आरजेडी सुप्रीमो लालू यादव ने कहा कि अगली बार नरेंद्र मोदी लाल किले की प्राचीर से झंडा नहीं फहराएंगे। वहीं, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने इसे पीएम मोदी का अहंकार करार दिया।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने दिल्ली स्थित कांग्रेस कार्यालय में झंडा फहराया। इस दौरान उन्होंने पीएम मोदी के लाल किले से दिए बयान पर पलटवार करते हुए कहा, 'हर इंसान कहता है कि हम अगले साल जीतकर फिर वापस आएंगे, लेकिन हार और जीत तो जनता के हाथ में है। 2023 में ये कहना कि हम 2024 में लौटकर आएंगे, ये अहंकार है। अगर वे स्वतंत्रता दिवस पर भी विपक्ष को लेकर ऐसे बयान देंगे तो आप देश का निर्माण कैसे करेंगे।' खड़गे ने कहा कि अगले साल मोदी झंडा तो फहराएंगे, लेकिन लाल किले पर नहीं बल्कि अपने घर पर।

खड़गे ने आगे कहा कि, 'हर प्रधानमंत्री ने देश के विकास के लिए काम किया है। आज कुछ लोग कहते हैं कि देश ने पिछले कुछ सालों में ही विकास देखा है। अटल बिहारी वाजपेयी समेत हर PM ने देश के बारे में सोचा और विकास के लिए जरूरी कदम उठाए।
आज मैं बहुत दुख के साथ कहता हूं कि लोकतंत्र, संविधान और स्वायत्त संस्थाएं गंभीर खतरे में हैं। विपक्ष की आवाज दबाने के लिए अलग-अलग तरीकों का इस्तेमाल किया जा रहा है। न सिर्फ CBI, ED और इनकम टैक्स से छापेमारियां कराई जा रह हैं, बल्कि इलेक्शन कमीशन को भी कमजोर किया जा रहा है। विपक्षी सांसदों को परेशान किया जा रहा है, सस्पेंड किया जा रहा है, उनके माइक बंद किए जा रहे हैं, उनकी स्पीच काटी जा रही है।'

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खड़गे ने आगे कहा, 'नेहरू ने IIT, IIM, AIIMS खोले और एटॉमिक रिसर्च की शुरुआत कराई। विकास की इन निशानियों को मौजूदा सरकार ने नजरअंदाज किया। नेहरू ने कला, संस्कृति और साहित्य को बढ़ावा दिया। लाल बहादुर शास्त्री और इंदिरा गांधी की पॉलिसीज ने देश को आत्म निर्भर बनने में मदद की थी। महान लीडर्स नया इतिहास बनाने के लिए पुराना इतिहास मिटाते नहीं हैं। यहां तो हर पुरानी चीज को नया नाम देने की कोशिश की जा रही है। इन्होंने पुरानी स्कीमों को, इंफ्रास्क्ट्रक्चर प्रोजेक्ट्स को नया नाम दिया। ये नेता तानाशाही करके लोकतंत्र को खत्म कर रहे हैं।'