मक्का, कपास और दलहन पर MSP का प्रस्ताव, किसान बोले- दो दिन विचार करेंगे, सहमति न हुई तो दिल्ली कूच

केंद्रीय मंत्री पीषूय गोयल ने कहा कि सरकार ने सहकारी समितियों को MSP पर खरीद के लिए किसानों के साथ पांच साल का समझौता करने का प्रस्ताव दिया है।

Updated: Feb 19, 2024, 09:04 AM IST

नई दिल्ली। किसान नेताओं और केंद्र सरकार के बीच रविवार को चौथे दौर की बैठक में केंद्रीय मंत्रियों ने 3 फसलों मक्का, कपास और दलहन (अरहर और उड़द) पर MSP देने का प्रस्ताव दिया। इन्हें सहकारी समितियों के जरिए पांच साल तक एमएसपी पर खरीदेंगे। केंद्रीय मंत्री पीयूष गोयल ने बताया कि यह 5 साल का कांट्रैक्ट नैफेड और NCCF से होगा।

केंद्रीय मंत्री पीषूय गोयल ने कहा कि सरकार ने सहकारी समितियों को MSP पर खरीद के लिए किसानों के साथ पांच साल का समझौता करने का प्रस्ताव दिया है। गोयल ने बताया कि किसान नेता सरकार के प्रस्तावों पर अपने निर्णय के बारे में कल तक सूचित करेंगे।

केंद्रीय मंत्रियों और किसानों की रविवार शाम को 8:30 बजे मीटिंग शुरू हुई थी। यह 5 घंटे से ज्यादा चली। मीटिंग में केंद्रीय मंत्री अर्जुन मुंडा, नित्यानंद राय, पीयूष गोयल समेत मुख्यमंत्री पंजाब भगवंत सिंह मान, किसान नेता सरवन सिंह पंधेर, जगजीत सिंह डल्लेवाल मौजूद थे।

किसान नेता सरवन सिंह पंधेर ने कहा कि सभी जत्थेबंदियों से 19 और 20 फरवरी को विचार-विमर्श करेंगे। इसके बाद 20 की शाम को अपना फैसला बता देंगे। 21 की सुबह 11 बजे तक दिल्ली कूच को स्टैंडबाय पर रखा है। वार्ता के कारण आंदोलन के छठें दिन शंभू और खनौरी बॉर्डर पर तो शांति रही।

बता दें कि किसान उपज के एमएसपी के लिए कानूनी गारंटी समेत अन्य मांगों को लेकर प्रदर्शन कर रहे हैं। हरियाणा में भारतीय किसान यूनियन (चढ़ूनी ग्रुप) आंदोलन करने को लेकर आज फैसला लेगा। रविवार को कुरुक्षेत्र में हुई किसान-खाप महापंचायत में गुरनाम सिंह चढ़ूनी ने कहा था कि रात को होने वाली किसान नेताओं और केंद्रीय मंत्रियों की बैठक के बाद आगे का निर्णय लिया जाएगा।