राजस्थान में उल्टी पड़ गई भाजपा की चाल, 10 दिन पहले मंत्री बने सुरेंद्रपाल सिंह की हुई करारी हार
श्रीकरणपुर की जनता ने भाजपा के अभिमान को हराया है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता और नैतिकता की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा को जनता ने सबक सिखाया है: अशोक गहलोत
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श्रीगंगानगर। राजस्थान की करणपुर विधानसभा सीट पर हुए उपचुनाव के परिणाम आ गए हैं। विधानसभा चुनाव के बाद राज्य में सरकार बनाने वाली बीजेपी को यहां तगड़ा झटका लगा है। परिणाम से पहले ही मंत्री पद की शपथ ले चुके भाजपा प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी चुनाव हार गए हैं। उन्हें कांग्रेस कैंडिडेट रुपिंदर सिंह ने 12 हजार से अधिक वोटों से करारी शिकस्त दी है।
पूर्व मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने करणपुर प्रत्याशी रुपिंदर कुन्नर को जीत की शुभकामनाएं दी हैं। गहलोत ने इसे भाजपा के अभिमान की हार करार देते हुए ट्वीट किया, 'श्रीकरणपुर में कांग्रेस प्रत्याशी रुपिन्दर सिंह कुन्नर को जीत की हार्दिक बधाई एवं शुभकामनाएं। यह जीत स्व. गुरमीत सिंह कुन्नर के जनसेवा कार्यों को समर्पित है। श्रीकरणपुर की जनता ने भारतीय जनता पार्टी के अभिमान को हराया है। चुनाव के बीच प्रत्याशी को मंत्री बनाकर आचार संहिता और नैतिकता की धज्जियां उड़ाने वाली भाजपा को जनता ने सबक सिखाया है।'
वहीं सचिन पायलट ने लिखा कि, 'श्रीकरणपुर विधानसभा उपचुनाव में रुपिंदर सिंह कुन्नर जी के विजयी होने पर उन्हें शुभकामनाएं। स्व. गुरमीत सिंह कुन्नर जी द्वारा किए गए जनहित, जनकल्याण एवं क्षेत्र के विकास के कार्यों को अपने हृदय में रखकर जनता ने मतदान किया था। मुझे खुशी है कि श्रीकरणपुर की स्वाभिमानी जनता ने कांग्रेस की रीति-नीति और विचारधारा पर विश्वास जता कर प्रगति, खुशहाली और अपने सुरक्षित भविष्य को चुना है।।इस जनादेश रूपी आशीर्वाद के लिए श्रीकरणपुर की जनता का मैं हृदय से आभार व्यक्त करता हूं।'
बता दें कि राजस्थान में विधानसभा की 200 में से 199 सीट के लिए ही 25 नवंबर को मतदान हुये थे, जिनके परिणाम 3 दिसंबर 2023 को घोषित कर दिये गए। श्रीगंगानगर की करणपुर सीट पर कांग्रेस प्रत्याशी एवं तत्कालीन विधायक गुरमीत सिंह कुन्नर के निधन के कारण चुनाव स्थगित कर दिया गया था। यहां चुनाव होने से पहले ही भाजपा ने अपने प्रत्याशी सुरेंद्रपाल सिंह टीटी को मंत्री बना दिया। लेकिन भाजपा का यह दांव उल्टा पड़ गया और जनता ने कांग्रेस कैंडिडेट रुपिंदर सिंह को जीत दिलाई।