नरेंद्र गिरि मौत मामले में पुलिस को मिला अहम सुराग, महंत को किया जा रहा था ब्लैकमेल

पुलिस को कॉल डिटेल्स खंगालने पर पता चला है कि महंत को किसी सीडी के नाम पर ब्लैकमेल किया जा रहा था, ब्लैकमेलिंग में समाजवादी पार्टी सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री का नाम सामने आ रहा है

Publish: Sep 21, 2021, 06:08 AM IST

प्रयागराज। अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि मौत मामले में बड़ा खुलासा हुआ है। पुलिस को मामले पड़ताल करते समय अहम सुराग मिला है। पुलिस को पता चला है कि काफी दिनों से महंत को सीडी के नाम पर ब्लैकमेल किया जा रहा था। 

नरेंद्र गिरी की कॉल डिटेल्स खंगालते समय पुलिस को ब्लैकमेलिंग की जानकारी मिली है। मामले में ब्लैकमेलिंग के एंगल आने के बाद नरेंद्र गिरि की मौत ने कई सवाल खड़े कर दिए हैं। पुलिस को समाजवादी पार्टी सरकार में दर्जा प्राप्त मंत्री रहे एक व्यक्ति पर शक है। रिपोर्ट्स के मुताबिक यह व्यक्ति हिरासत में लिए गए नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि का करीबी रहा है। 

महंत नरेंद्र गिरि को आज खुद सीएम योगी आदित्यनाथ श्रद्धांजलि अर्पित करने बाघंबरी मठ पहुंचे। इस पूरे मामले को लेकर उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम केशव प्रसाद मौर्य ने कहा है कि जरूरत पड़ने पर इस मामले में सीबीआई जांच भी की जाएगी। 

फिलहाल पुलिस ने नरेंद्र गिरि के शिष्य आनंद गिरि को हिरासत में ले रखा है। वहीं दो अन्य शिष्य भी इस समय पुलिस की हिरासत में हैं। हिरासत में लिए गए आरोपियों से पूछताछ करने के साथ साथ पुलिस इस पूरे मामले की तह तक जाने की कोशिश कर रही है। 

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सोमवार शाम को अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के अध्यक्ष महंत नरेंद्र गिरि की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी। महंत का शव फंदे से झूलता हुआ मिला था। महंत के कमरे से एक सुसाइड नोट भी मिला था। जिसमें आनंद गिरि का नाम लिखा हुआ था। पुलिस ने सुसाइड नोट के आधार पर आनंद गिरि सहित दो अन्य शिष्यों को अपनी हिरासत में ले लिया। हालांकि आनंद गिरि का दावा है कि महंत लिख नहीं सकते थे। जबकि महंत के अन्य शिष्यों ने इस दावे को खारिज किया है।