ऑक्सीजन के मॉक ड्रिल से हुई थी आगरा के अस्पताल में 22 मरीजों की मौत, अस्पताल संचालक के वीडियो से हुआ खुलासा

आगरा के पारस अस्पताल के संचालक का वीडियो वायरल, संचालक ने कहा, मरीजों को परखने के लिए पांच मिनट तक के लिए रोक दी थी ऑक्सीजन की सप्लाई, कांग्रेस हुई बीजेपी पर हमलावर

Updated: Jun 08, 2021, 12:21 PM IST

आगरा। आगरा के अस्पताल में मॉक ड्रिल के नाम पर 22 मरीजों की कथित मृत्यु का मामला गरमा गया है। पारस अस्पताल के संचालक वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद कांग्रेस ने बीजेपी पर हमला बोलना शुरू कर दिया है। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा है कि बीजेपी के राज में ऑक्सीजन और मानवता की भारी कमी है। वहीं प्रियंका गांधी ने इस मामले के सामने आने के बाद उत्तर प्रदेश के सीएम योगी आदित्यनाथ और पीएम मोदी का ज़िक्र करते हुए पूछा है कि आखिर इन मौतों का ज़िम्मेदार कौन है?

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने कहा, 'भाजपा शासन में ऑक्सीजन व मानवता दोनों की भारी कमी है। इस ख़तरनाक अपराध के ज़िम्मेदार सभी लोगों के ख़िलाफ़ तुरंत कार्यवाही होनी चाहिए।दुख की इस घड़ी में मृतकों के परिवारजनों को मेरी संवेदनाएँ।' 

कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने वायरल वीडियो को अपने ट्विटर हैंडल पर साझा करते हुए कहा, 'PM: “मैंने ऑक्सीजन की कमी नहीं होने दी”

CM: "ऑक्सीजन की कोई कमी नहीं। कमी की अफवाह फैलाने वालों की संपत्ति जब्त होगी।"

मंत्री: “मरीजों को जरूरत भर ऑक्सीजन दें। ज्यादा ऑक्सीजन न दें।”

आगरा अस्पताल: "ऑक्सीजन खत्म थी। 22 मरीजों की ऑक्सीजन बंद करके मॉकड्रिल की।"ज़िम्मेदार कौन?

दरअसल सोशल मीडिया पर आगरा के पारस अस्पताल के संचालक अरिंजन सिंह का एक वीडियो वायरल हो रहा है। जिसमें अस्पताल का संचालक कह रहा है कि मरीजों की हालत को जांचने परखने के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन की मॉक ड्रिल की गई थी। जिसके तहत पांच मिनट के लिए अस्पताल में ऑक्सीजन की सप्लाई को रोक दिया गया था। अस्पताल का संचालक वीडियो में कहते सुनाई दे रहा है कि इस मॉक ड्रिल की वजह से 22 मरीज़ छंट गए। 

अस्पताल के संचालक वीडियो वायरल होने के बाद मीडिया रिपोर्ट्स में वायरल वीडियो के आधार पर कहा जा रहा है कि अस्पताल प्रबंधन की लापरवाही की वजह से 22 मरीजों की जान चली गई। हालांकि आगरा के डीएम ने इस दावे से इनकार किया है। आगरा डीएम का कहना है कि 26 और 27 अप्रैल को अस्पताल में ऑक्सीजन की कमी से 7 मरीजों की मौत हुई थी। डीएम ने वायरल वीडियो को लेकर कहा है कि वीडियो के आधार पर जांच शुरु कर दी गई है।