सुप्रीम कोर्ट पहुंचा पवन खेड़ा की गिरफ्तारी का मामला, चीफ जस्टिस कर रहे हैं सुनवाई

जयराम रमेश ने कहा कि पहले ED ने रायपुर में छापामारी की, अब पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस द्वारा रायपुर के जहाज़ से उतारा गया है। तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही है।

Updated: Feb 23, 2023, 09:54 AM IST

नई दिल्ली। कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी का मामला अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच गया है, जहां थोड़ी ही देर में इसकी सुनवाई होगी। दरअसल, कांग्रेस प्रवक्ता को गुरुवार को असम पुलिस के कहने पर दिल्ली पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। उन्हें दिल्ली की एक अदालत में पेश कर ट्रांजिट रिमांड पर असम ले जाने की तैयारी थी। हालांकि, कांग्रेस ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया है। 

बताया जा रहा है कि पवन खेड़ा की गिरफ्तारी को वरिष्ठ वकील अभिषेक मनु सिंघवी ने सुप्रीम कोर्ट में मेंशन किया। याचिका में लखनऊ, वाराणसी और असम में दर्ज एफआइआर को एक जगह कर सुनवाई करने की गुहार लगाई गई है। सुप्रीम कोर्ट कांग्रेस नेता पवन खेड़ा की गिरफ्तारी से जुड़ी याचिका पर आज दोपहर 3 बजे सुनवाई के लिए तैयार हो गया है।

दरअसल, कांग्रेस के राष्ट्रीय अधिवेशन में शामिल होने रायपुर जा रहे कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को गुरुवार दोपहर दिल्ली पुलिस ने फ्लाइट से उतार दिया। इसके बाद पुलिस ने उन्हें हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई के विरोध में कांग्रेस के कई नेता और कार्यकर्ता विमान से उतर गए। वे एयरपोर्ट पर विमान के समीप ही नारेबाजी और विरोध प्रदर्शन करने लगे।

यह भी पढ़ें: रायपुर अधिवेशन के लिए जा रहे कांग्रेस प्रवक्ता पवन खेड़ा को प्लेन से उतारा, IGI एयरपोर्ट पर असम पुलिस ने किया गिरफ्तार

दिल्ली हवाईअड्डे पर एक विमान से उतारे जाने के बाद कांग्रेस नेता पवन खेड़ा ने कहा, ‘हम देखेंगे (वे मुझे किस मामले में ले जा रहे हैं)। यह एक लंबी लड़ाई है और मैं लड़ने के लिए तैयार हूं। कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि रायपुर में होने वाले राष्ट्रीय अधिवेशन को रोकने की कोशिश की जा रही है।

कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने कहा, "विपक्ष संसद में मुद्दे उठाए तो नोटिस दिया जाता है।महाधिवेशन के पहले छतीसगढ़ के हमारे नेताओं पर ED का रेड कराया जाता है। आज मीडिया चेयरमेन को जहाज़ से ज़बरदस्ती उतारकर गिरफ़्तार किया गया। भारत के लोकतंत्र को मोदी सरकार ने हिटलरशाही बना दिया। हम इस तानाशाही की घोर निंदा करते हैं।"

कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख जयराम रमेश ने कहा कि पहले ED ने रायपुर में छापामारी की, अब पवन खेड़ा को दिल्ली पुलिस द्वारा रायपुर के जहाज़ से उतारा गया है। तानाशाही का दूसरा नाम अमितशाही है। मोदी सरकार हमारे राष्ट्रीय महाअधिवेशन को बाधित करना चाहती है। हम डरने वाले नहीं हैं, देशवासियों के लिए संघर्ष करते रहेंगे।

दरअसल, 20 फरवरी को पवन खेड़ा दिल्ली में पत्रकारों से बात कर रहे थे। हिंडनबर्ग रिपोर्ट पर उन्होंने कहा था, 'जब अटल बिहारी बाजपेयी JPC बना सकते हैं तो नरेंद्र गौतमदास मोदी को क्या समस्या है।' अपने बयान में उन्होंने नरेंद्र दामोदरदास मोदी को गौतमदास मोदी कहा था। इसके बाद उन्होंने आसपास खड़े लोगों से पूछा गौतम दास है या दामोदरदास। इसके बाद उन्होंने कहा कि नाम भले ही दामोदर दास है। उनका काम गौतमदास का है। हालांकि बाद में उन्होंने सफाई दी थी प्रधानमंत्री के नाम को लेकर उन्हें कन्फ्यूजन था। बताया जा रहा है कि गलत नाम लेने को लेकर ही उनके खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है।