दिल्ली-एनसीआर कर रहा प्रदूषण के सबसे खतरनाक स्तर का सामना, डॉक्टर घर में रहने की सलाह दे रहे

शुक्रवार सुबह दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 440 से ज्यादा दर्ज किया गया। सुबह के वक्त घूमने के लिए निकले लोगों को आखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा।

Updated: Nov 06, 2020, 10:43 PM IST

Photo Courtesy: Navodaya Times
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नई दिल्ली। पिछले दो दिनों से दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में की हवा का हाल इतना बुरा है कि लोगों को सांस लेने में भी काफी दिक्कत हो रही है। हवा की बिगड़ी गुणवत्ता के चलते डॉक्टरों ने लोगों को घर में ही रहने की सलाह दी है। दिल्ली में प्रदूषण का स्तर इतना बढ़ गया है कि यहां ठीक से धूप भी नहीं निकल रही है। दिल्ली और उसके आसपास के शहरों में रहने वाले लोगों को सांस लेने में तकलीफ, आंखों में जलन और सिरदर्द जैसी शिकायतें होने लगी हैं।

अगर दिल्ली में हवा की गुणवत्ता बिगड़ी रही तो सांस संबंधित बीमारियों में बढ़ोतरी हो सकती है। जिस वजह से बड़ा संकट पैदा हो सकता है। क्योंकि अभी कोरोना वायरस तेजी से फैल रहा है, अस्पतालों में काफी संख्या में कोरोना के मरीज हैं। बढ़ती ठंड और प्रदूषण की वजह से लोगों को सिरदर्द, मूड स्विंग और डिप्रेशन जैसी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है। लोग प्रदूषण की समस्या से निपटने के लिए एयर प्यूरिफायर खरीद रहे हैं। हालांकि इस बात पर बहस चल रही है कि एयर प्यूरिफायर प्रदूषण से निपटने में कितना कारगर है।

आपको बता दें, शुक्रवार को दिल्ली-एनसीआर के ज्यादातर इलाकों में वायु गुणवत्ता सूचकांक 440 से ज्यादा दर्ज किया गया। घर से बाहर निकले लोगों को आखों में जलन और सांस लेने में तकलीफ जैसी कई समस्याओं का सामना करना पड़ा। दिल्ली में हवा की हालत लगातार खराब होती जा रही है। अगर ऐसी ही स्थिति रही तो दिल्ली-एनसीआर गैस चैंबर में बदल जाएगा।