कांग्रेस सांसद राजीव सातव का निधन, कोरोना वायरस से थे संक्रमित
महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता व राज्यसभा सांसद राजीव सातव कोरोना की चपेट में आने के बाद निमोनिया से ग्रसित थे, राजीव के निधन पर सुरजेवाला ने दुःख जताया है

नई दिल्ली। महाराष्ट्र कांग्रेस के दिग्गज नेता व राज्यसभा सांसद राजीव सातव का निधन हो गया है। राजीव सातव कोरोना संक्रमित थे और इसके बाद उन्हें निमोनिया हो गया था। बताया जा रहा है कि पिछले कुछ दिनों से सातव पुणे स्थित जहांगीर हॉस्पिटल में भर्ती थे जहां इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई। राजीव के निधन से कांग्रेस में शोक की लहर दौड़ गई है।
कांग्रेस पार्टी के मुख्य प्रवक्ता रणदीप सुरजेवाला ने सातव के निधन पर दुःख जताया है। सुरजेवाला ने ट्वीट किया, 'निशब्द ! आज एक ऐसा साथी खो दिया जिसने सार्वजनिक जीवन का पहला कदम युवा कांग्रेस में मेरे साथ रखा और आज तक साथ चले पर आज... राजीव सातव की सादगी, बेबाक़ मुस्कराहट, ज़मीनी जुड़ाव, नेत्रत्व और पार्टी से निष्ठा और दोस्ती सदा याद आयेंगी। अलविदा मेरे दोस्त ! जहाँ रहो, चमकते रहो !!!'
निशब्द !
— Randeep Singh Surjewala (@rssurjewala) May 16, 2021
आज एक ऐसा साथी खो दिया जिसने सार्वजनिक जीवन का पहला कदम युवा कांग्रेस में मेरे साथ रखा और आज तक साथ चले पर आज...
राजीव सातव की सादगी, बेबाक़ मुस्कराहट, ज़मीनी जुड़ाव, नेत्रत्व और पार्टी से निष्ठा और दोस्ती सदा याद आयेंगी।
अलविदा मेरे दोस्त !
जहाँ रहो, चमकते रहो !!! pic.twitter.com/5N94NggcHu
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने भी सातव के निधन पर शोक व्यक्त किया है। राहुल गांधी ने ट्वीट किया, 'मुझे अपने दोस्त राजीव सातव के खोने का बहुत दुख है। वह विशाल क्षमता वाले नेता थे जिन्होंने कांग्रेस के आदर्शों को मूर्त रूप दिया। यह हम सभी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। उनके परिवार के प्रति मेरी संवेदनाएं और प्यार।'
I’m very sad at the loss of my friend Rajeev Satav. He was a leader with huge potential who embodied the ideals of the Congress.
— Rahul Gandhi (@RahulGandhi) May 16, 2021
It’s a big loss for us all. My condolences and love to his family. pic.twitter.com/mineA81UYJ
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा है कि राजीव बेहद ईमानदार व्यक्ति थे। प्रियंका ने ट्वीट किया, 'राजीव सातव के रूप में हमने अपना एक प्रतिभाशाली साथी खो दिया है। दिल के साफ, ईमानदार, कांग्रेस के आदर्शों के लिए प्रतिबद्ध और भारत के लोगों के प्रति समर्पित। मेरे पास शब्द नहीं हैं, बस उनकी पत्नी और बच्चों के लिए प्रार्थना है। उन्हें राजीव के बिना आगे बढ़ने की ताकत मिले।'
In Rajeev Satav we have lost one of our brightest colleagues. Clean of heart, sincere, deeply committed to the ideals of the Congress & devoted to the people of India.
— Priyanka Gandhi Vadra (@priyankagandhi) May 16, 2021
I have no words, just prayers for his young wife & children. May they have the strength to carry on without him pic.twitter.com/Z1q6UPmkbK
महाराष्ट्र के पूर्व सीएम पृथ्वीराज चौहान ने ट्वीट किया, 'राजीव सातव का असमय निधन कांग्रेस पार्टी के लिए बहुत बड़ी क्षति है। हमने एक यंग और डायनेमिक लीडर को खो दिया है। गहरी संवेदनाएं।'
The untimely demise of @SATAVRAJEEV is a great loss to the party. We lost a young and dynamic leader. My deepest condolences!! #RajivSatav
— Prithviraj Chavan (@prithvrj) May 16, 2021
कांग्रेस के दिग्गज नेता व राज्यसभा सांसद दिग्विजय सिंह ने ट्वीट किया, 'महाराष्ट्र से राज्यसभा सांसद राजीव सातव के निधन के बारे में सुनकर बहुत दुख हुआ। एक युवा, मुखर और कर्तव्यनिष्ठ राजनीतिक नेता। कांग्रेस के लिए अपूरणीय क्षति। मेरे लिए यह एक व्यक्तिगत क्षति है। परिवार के प्रति हमारी संवेदना। उनकी आत्मा को शांति मिलें।'
Very sorry to hear about the sad demise of Rajiv Satav RS MP from Maharashtra. A young vocal and conscientious political leader. An irreparable loss to Congress. A personal loss to me. Our condolences to the Family. May his Soul rest in Peace.
— digvijaya singh (@digvijaya_28) May 16, 2021
राजीव सातव महाराष्ट्र कांग्रेस के सबसे कद्दावर नेताओं में शुमार थे। उन्हें राहुल गांधी का करीबी भी माना जाता था। वे विधायक से लेकर लोकसभा व राज्यसभा सांसद रह चुके थे। साल 1974 में महाराष्ट्र के पुणे में जन्मे राजीव ने बेहद कम उम्र में यूथ कांग्रेस कार्यकर्ता के रूप में अपनी राजनीतिक पारी की शुरुआत की थी।
बताया जा रहा है कि कोरोना के हल्के लक्षण दिखने के बाद सातव ने जांच कराई थी। बीते 22 अप्रैल को उनकी कोरोना रिपोर्ट पॉजिटिव आई थी, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वह तेजी से स्वस्थ भी हो रहे थे, लेकिन कुछ दिनों पहले वे निमोनिया के चपेट में आ गए। इसके बाद उनकी हालत लगातार बिगड़ती चली गई और आखिरकार राजीव कोरोना से जंग हार गए।