जेपीसी की मांग को लेकर बोले शरद पवार, गठबंधन के सहयोगियों का दूंगा साथ

शरद पवार ने यह बात एक निजी न्यूज़ चैनल को दिए इंटरव्यू में कही है

Updated: Apr 11, 2023, 05:34 PM IST

मुंबई। अडानी मामले में जेपीसी जांच की मांग को लेकर शरद पवार ने एक और बयान दिया है। शरद पवार ने अपने ताज़ा बयान में कहा है कि वह विपक्ष की जेपीसी मांग का विरोध नहीं करेंगे। 

शरद पवार ने एक मराठी न्यूज़ चैनल को दिए साक्षात्कार में यह बात कही है। एनसीपी सुप्रीमो ने कहा है कि वह अडानी मामले में जेपीसी की मांग कर रहे विपक्षी दलों का साथ देंगे। पवार ने कहा कि वह पहले भी जेपीसी की मांग के पक्ष में इसलिए नहीं थे क्योंकि इसमें अधिकतर सत्ताधारी दल बीजेपी के ही सदस्य होंगे।

शरद पवार ने अपने साक्षात्कार में कहा कि मेरा अभी भी यह मानना है कि जेपीसी जांच से कुछ इसलिए नहीं निकलेगा क्योंकि इस समीति में अधिकतर सदस्य बीजेपी के होंगे और ऐसे में उनसे निष्पक्षता की उम्मीद करना बेमानी ही है। हालांकि अगर विपक्षी दल अगर जेपीसी की मांग करेंगे तो मैं उनका विरोध भी नहीं करुंगा बल्कि मैं उनकी इस मांग में साथ दूंगा ताकि विपक्षी एकजुटता को सुनिश्चित किया जा सके।

हिंडनबर्ग रिपोर्ट सामने आने के बाद से ही कांग्रेस सहित तमाम विपक्षी दल अडानी मामले में जेपीसी के गठन की मांग कर रहे हैं। हालांकि तृणमूल कांग्रेस और एनसीपी ने संसद में इस मांग पर औपचारिक तौर पर अपनी मांग स्पष्ट नहीं की थी। हालांकि टीएमसी की सांसद महुआ मोइत्रा लगातार अडानी मामले में केंद्र सरकार और बीजेपी पर हमला बोलती रही हैं।

इसी मामले में हाल ही में एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार से सवाल किया गया था, तब उन्होंने जेपीसी की मांग को गैरज़रूरी करार देते हुए कहा था कि जब सुप्रीम कोर्ट की स्वतंत्र टीम पहले से ही इस मामले की जांच कर रही है तब ऐसे में जेपीसी की मांग उचित नहीं है क्योंकि इसमें अधितकर सत्ताधारी दल के सदस्य ही होंगे। 

शरद पवार के इस बयान से कई तरह की सियासी अटकलें लगाई जाने लगी थीं। हालांकि शिवसेना के उद्धव ठाकरे गुट के नेता और राज्यसभा सांसद संजय राउत ने शरद पवार के बयान पर स्पष्टीकरण देते हुए कहा था कि उनके बयान को गलत अर्थों में लिया गया है और उनके इस बयान से विपक्षी एकजुटता पर कोई असर नहीं पड़ेगा।