हमारे और पीएम मोदी के बीच में न पड़ें असम सीएम, असम के सीएम हिमंता बिस्व सरमा को पत्रकारों के फ़ोन पर मिली धमकी

सिख फॉर जस्टिस संगठन ने असम के बारह पत्रकारों को फोन कॉल के जरिए यह धमकी संदेश जारी किया है, असम की डिब्रूगढ़ जेल में अमृतपाल के छह सहयोगी कैद हैं

Updated: Apr 02, 2023, 11:39 PM IST

गुवाहाटी। खालिस्तान समर्थक संगठन सिख फॉर जस्टिस की ओर से पत्रकारों के फ़ोन पर असम के मुख्यमंत्री हिमंता बिस्वा सरमा को धमकी दी गई है। असम सीएम के नाम धमकी जारी करते हुए संगठन ने कहा है कि बिस्व सरमा हमारे और केंद्र सरकार के बीच में न पड़ें अन्यथा अंजाम अच्छा नहीं होगा।

असम सीएम के नाम यह धमकी राज्य के बारह पत्रकारों को दी गई है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक एसएफजे के प्रमुख गुरपतवंत सिंह की ओर से पत्रकारों को फोन कॉल गए और कहा गया कि अगर असम की जेल में बंद अमृतलाल के सहयोगियों को परेशान किया गया तब अपने साथ होने वाली हिंसा के लिए खुद असम सीएम ही जिम्मेदार होंगे। 

पत्रकारों को दी गई धमकी में कहा गया है कि हमारी लड़ाई मोदी सरकार और प्रधानमंत्री मोदी से है, इसलिए असम सीएम इस लड़ाई में पड़ने से बचें। हम पंजाब को भारत से स्वतंत्र करना चाहते हैं। अगर जेल में बंद खालिस्तानी समर्थकों को प्रताड़ित किया गया, ऐसे में कहीं ऐसा न हो खुद हिमंता बिस्वा सरमा ही इस हिंसा का शिकार हो जाएं। अगर उन्हें जेल में टॉर्चर किया गया तो इसकी पूरी जवाबदेही असम के मुख्यमंत्री की ही होगी। 

पंजाब में 18 मार्च से ही खालिस्तान समर्थक अमृतपाल सिंह की तलाश जारी है। असम के डिब्रूगढ़ में भी उसके छह सहयोगी जेल में कैद हैं। वहीं पंजाब में उसके सौ से अधिक सहयोगियों पर शिकंजा कसा जा चुका है। हालांकि अब तक खुद अमृतपाल किसी की पकड़ में नहीं आया है।