बंगाल में 135kmph की रफ्तार से तूफान रेमल का लैंडफॉल, तेज हवाओं के साथ बारिश में कई घरों को नुकसान

तूफान के कारण पश्चिम बंगाल के तटीय इलाकों में भारी तबाही हुई है। कई इलाकों में पेड़ उखड़ गए, घर ढह गए, बिजली के खंभे भी उखड़ गए।

Updated: May 27, 2024, 11:32 AM IST

कोलकाता। चक्रवाती तूफान रेमल बांग्लादेश और पश्चिम बंगाल के बीच तट से टकरा चुका है। इस दौरान 135 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से तेज हवाएं चली। तूफान रेमल के असर की वजह से भारी बारिश हुई, जिससे घरों और खेतों में पानी भर गया। रेमल ने कमजोर घरों को काफी नुकसान पहुंचाया। तेज हवाओं की वजह से पेड़ उखड़ गए और बिजली के खंभे भी गिर गए।

पश्चिम बंगाल के सागर आईलैंड और बांग्लादेश के खेपुपारा के बीच 135kmph की रफ्तार से रेमल तूफान का लैंडफॉल हुआ। रविवार रात 8:30 बजे पड़ोसी देश में मोंगला के दक्षिण-पश्चिम के पास सागर द्वीप और खेपुपारा के बीच पश्चिम बंगाल और बांग्लादेश के निकटवर्ती तटों पर लैंडफॉल की प्रक्रिया शुरू हुई।

सोशल मीडिया पर लोगों ने तूफान से संबंधित कई वीडियो भी पोस्ट किए हैं, जिनमें तूफान का रौद्र रूप देखा जा सकता है। भीषण चक्रवाती तूफान रेमल के आने से पहले विभिन्न पूर्वोत्तर राज्यों में आपदा प्रबंधन अधिकारियों और सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट पर रखा गया और जिला प्रशासनों को अग्रिम एहतियाती कदम उठाने के लिए कहा गया था। भारत मौसम विज्ञान विभाग (आईएमडी) के पूर्वानुमान के अनुसार, चक्रवात रेमल के रविवार आधी रात को तट पार करने की संभावना जताई गई थी। 

इस दौरान तटीय इलाकों उत्तर और दक्षिण 24 परगना, पूर्वी मेदिनीपुर, दीघा, काकद्वीप, जयनगर, कोलकाता, हुगली और हावड़ा में 60KMPH की रफ्तार से हवाएं चली और बारिश हुईं। राजधानी कोलकाता में 100 से ज्यादा पेड़ और बिजली के खंभे उखड़ गए। सड़कों पर पानी भर गया। कोलकाता में घर की छत गिरने से एक व्यक्ति की मौत हो गई। कोलकाता के सुभाष चंद्र बोस एयरपोर्ट पर 21 घंटे बाद फ्लाइट सर्विस दोबारा शुरू हो गई है। तूफान से पहले रविवार को इसे बंद किया गया था। 394 फ्लाइट्स कैंसिल हुई थीं।