राहुल गांधी की संसद में वापसी पर सस्पेंस बरकरार, स्पीकर ओम बिड़ला के फैसले पर टिकी निगाहें

बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने को लेकर कागजात तैयार हैं। अब केवल लोकसभा अध्यक्ष का हस्ताक्षर बाकी है।

Updated: Aug 07, 2023, 09:40 AM IST

नई दिल्ली। संसद के मानसून सत्र का सोमवार को 13वां दिन है। आज सबकी नजर राहुल गांधी की लोकसभा सदस्यता बहाल होगी या नहीं इस पर है। बताया जा रहा है कि कांग्रेस नेता राहुल गांधी की सदस्यता बहाल करने को लेकर कागजात तैयार हैं। अब केवल लोकसभा अध्यक्ष का हस्ताक्षर बाकी है। रिपोर्ट्स के अनुसार लोकसभा अध्यक्ष सोमवार को इस पर हस्ताक्षर कर देंगे।

रिपोर्ट्स के मुताबिक सदस्यता बहाल होने में देरी होने पर कांग्रेस अदालत जाएगी। यदि अध्यक्ष उस गति से कार्य नहीं करते हैं जिस गति से उन्होंने गांधी को मानहानि मामले में दोषी ठहराए जाने के बाद अयोग्य ठहराया था, तो एकजुट विपक्ष इस मुद्दे को संसद में उठाए जा रहे मुद्दों की सूची में भी जोड़ सकता है। मीडिया रिपोर्ट्स में यह भी कहा गया है कि सुप्रीम कोर्ट का फैसला पढ़ा जा रहा है और इस पर अंतिम निर्णय लोकसभा स्पीकर ओम बिड़ला ही लेंगे। बिड़ला 6 अगस्त (रविवार) को देहरादून में थे।

स्पीकर ओम बिड़ला कब फैसला लेंगे, इसकी कोई डेडलाइन नहीं है। दरअसल, शनिवार और रविवार को लोकसभा सचिवालय बंद रहता है। लिहाजा राहुल की सांसदी बहाली पर सोमवार को फैसला आए, इसकी संभावना अभी कम नजर आ रही है। हालांकि, कांग्रेस का कहना है कि एक अवर सचिव ने कागज रिसीव किए और साइन कर दिए, लेकिन मुहर नहीं लगाई।

स्पीकर को निर्णय लेने के लिए सचिवालय का खुलना या बंद होना मायने नहीं रखता। जब राहुल की सदस्यता बहाली का निर्णय लोकसभा बुलेटिन में प्रकाशित होगा, उसके बाद ही वे दोबारा सदन के सदस्य हो जाएंगे। बहरहाल, कांग्रेस सवाल उठा रही है कि गुजरात कोर्ट के फैसले के 24 घंटे के भीतर जब राहुल गांधी की सदस्यता खत्म कर दी गई तो सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद तत्काल सदस्यता बहाल क्यों नहीं की जा सकती?