संसद की सुरक्षा में चूक पर घिरी मोदी सरकार, विरोध दबाने लोकसभा के 14 सांसदों को किया सस्पेंड
सस्पेंड होने वालों में से 9 सांसद कांग्रेस, दो सांसद DMK, दो CPM और एक सांसद CPI का है। सुरक्षा में चूक को लेकर वे गृहमंत्री अमित शाह को बयान देने की मांग कर रहे थे।
नई दिल्ली। संसद की सुरक्षा में चूक की घटना को लेकर केंद्र की मोदी सरकार चौतरफा घिरी हुई है। विपक्ष लगातार केंद्र सरकार पर हमलावर है। विपक्ष के सांसद दोनों सदनों में विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। विरोध दबाने के लिए केंद्र की मोदी सरकार ने अब सांसदों पर कार्रवाई शुरू कर दी है। राज्यसभा सांसद डेरेक ओ ब्रायन के बाद अब लोकसभा के 14 सांसदों को सस्पेंड किया गया है।
सत्र से सस्पेंड होने वाले सांसदों में से 9 सांसद कांग्रेस, दो सांसद DMK, दो CPM और एक सांसद CPI का है। सुरक्षा में चूक को लेकर वे गृहमंत्री अमित शाह को बयान देने की मांग कर रहे थे। पहले जिन कांग्रेस सांसदों को लोकसभा से सस्पेंड किया गया, उनमें टीएन प्रतापन, हिबी इडेन, एस जोतिमणि, रम्या हरिदास और डीन कुरियाकोस का नाम शामिल हैं।
इन सांसदों के निलंबन का प्रस्ताव संसदीय कार्यमंत्री प्रह्लाद जोशी द्वारा लाया गया था, जिसे स्पीकर की कुर्सी पर विराजमान भर्तृहरि महताब ने पारित किया। इन सांसदों को शीतकालीन सत्र के बचे हुए दिनों के लिए निलंबित किया गया है।
इनके अलावा 9 और निलंबित सांसदों में वीके श्रीकान्तम, श्री बेनी बहन, पीआर नटराजन, मोहम्मद जावेद, कनिमोझी, के सुब्रमण्यम, एसआर प्रतिबन, मनिकम टैगोर और एस वेंकटेशन के नाम शामिल हैं। इससे पहले आज ही राज्यसभा में डेरेक ओ'ब्रायन को सस्पेंड किया गया है। ऐसे में आज सत्र के नवें दिन संसद से निलंबित सांसदों की कुल संख्या 15 हो गई है।