काशी में पीएम मोदी ने जिस हॉस्पिटल का किया उद्घाटन, 36 घंटे के भीतर गिर गई उसकी छत

साढ़े 45 करोड़ रुपए की भारी भरकम बजट से बीएचयू में बनकर तैयार हुआ एमसीएच विंग, उद्घाटन करने पहुंचे प्रधानमंत्री, 36 घंटे के भीतर टूटकर गिर गई फॉल्स सीलिंग

Updated: Jul 18, 2021, 12:12 PM IST

वाराणसी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी में बीएचयू के मातृत्व एवं शिशु स्वास्थ्य (MCH) विंग का उद्घाटन किया था। पीएम मोदी के इस बहुप्रचारित मेडिकल विंग के गुणवत्ता की कलई इसके अगले ही दिन तब खुल गई जब शुक्रवार रात इसकी फॉल्स सीलिंग टूटकर गिर गई। गनीमत ये रही कि रात होने के कारण हादसे के वक़्त वहां कोई भी मरीज या तीमारदार मौजूद नहीं था, इसलिए कोई हताहत नहीं हुआ।

45 करोड़ 50 लाख रुपए की भारी-भरकम बजट से निर्मित इस एमसीएच विंग के निर्माण की पोल महज 36 घंटे के भीतर खुलने से अधिकारियों में हड़कंप मच गई है। दावा किया जा रहा था कि इसमें विश्व के आधुनिकतम इलाज की व्यवस्था है। कोरोना की संभवित तीसरी लहर को लेकर भी इसे महत्वपूर्ण माना गया। लेकिन प्रधानमंत्री मोदी के निकलते ही अस्पताल को खुद इलाज की आवश्यकता पड़ गई। 

उधर प्रशासन अब अपनी खामी छिपाने में जुट गया है। अस्पताल में पदस्थ मेडिकल सुपरिटेंडेंट केके गुप्ता का कहना है कि फॉल्स सीलिंग गिरी नहीं थी बल्कि खोली गई थी। इसके पीछे उन्होंने ये तर्क दिया कि सीलिंग के भीतर से ही टेलीफोन और इंटरनेट का केबल वगैरह ले जाना है। हालांकि, गुप्ता के पास इस बात का कोई जवाब नहीं था कि यदि सीलिंग खोली गई तो वह टूट कैसे गई। उन्होंने एमसीएच विंग में किसी भी बाहरी व्यक्ति के आवाजाही को प्रतिबंधित कर दिया है। 

एमसीएच के ओपीडी को 16 जुलाई से शुरू करने की बात कही गई थी, लेकिन अब तक शुरू नहीं हो पाई है। अस्पताल प्रशासन ने कहा है कि 19 जुलाई तक इसे शुरू कर दिया जाएगा। पीएम मोदी ने 15 जुलाई को 100 बेड वाले इस एमसीएच विंग का उद्घाटन आईआईटी बीएचयू के ग्राउंड से रिमोट का बटन दबाकर किया था। इसके बाद इसका निरीक्षण भी किया था। इसके बावजूद बिल्डिंग के फॉल्स सीलिंग का गिरना गंभीर सवाल खड़े कर रहा है। 

यदी यह फाल्स सीलिंग 24 घण्टे पहले गिरती तो बड़ी अनहोनी हो सकती थी। बताया जा रहा है कि प्रधानमंत्री मोदी निरीक्षण के दौरान उधर भी गए थे जिस हिस्से में सीलिंग गिरी है। मामले पर उत्तरप्रदेश कांग्रेस के अध्यक्ष अजय कुमार लल्लू ने कहा है कि असल में यह महज़ फॉल सीलिंग का हिस्सा नहीं गिरा, यह प्रधानमंत्री का तथाकथित 'विकासवादी गुब्बारा' गिरा है जो हर रोज भ्रष्टाचार के नये आयाम छू रहा है।'