बंगाल में 300 भाजपाइयों ने थामा TMC का दामन, गंगाजल छिड़क कर हुआ दिमाग का शुद्धिकरण

करीब तीन घंटे तक चलता रहा शुद्धिकरण अभियान, एक-एक को बुलाकर गंगाजल छिड़का गया, बीजेपी में जाने को लेकर बोले- उन्होंने दिमाग में सांप्रदायिक जहर घोल दिया था

Updated: Jun 19, 2021, 11:53 AM IST

Photo Courtesy : Hindustan Times
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कोलकाता। पश्चिम बंगाल में विधानसभा चुनाव से पहले जिस तरह टीएमसी में भगदड़ मची थी ठीक वैसा ही दृश्य अब बीजेपी खेमे में देखने को मिल रहा है। ममता बनर्जी के पक्ष में प्रचंड जनादेश आने के बाद टीएमसी से धड़ाधड़ बीजेपी में शामिल होने वाले नेता और कार्यकर्ता अब तेजी से घर वापसी कर रहे हैं। ऐसा ही एक मामला शुक्रवार को बीरभूम जिले से आया जहां गंगाजल से शुद्धिकरण के बाद बीजेपी कार्यकर्ताओं को टीएमसी में शामिल करवाया गया।

दरअसल, बीरभूम जिले के सैंथिया इलाके में 300 बीजेपी कार्यकर्ता टीएमसी दफ्तर के बाहर धरने पर बैठे थे। सभी का कहना था कि उन्होंने बीजेपी में जाकर गलती कर दी और पश्चाताप के लिए उपवास पर बैठे हैं। वे मांग कर रहे थे कि उन्हें टीएमसी में वापस लिया जाए। करीब 4 घंटे तक धरना चलने के बाद उन्हें बीजेपी में शामिल कराया गया। 

हालांकि, इसके पहले उनके प्रदूषित दिमाग के शुद्धिकरण का आयोजन किया गया। इस दौरान सभी बीजेपी कार्यकर्ताओं को गंगाजल छिड़क कर शुद्ध किया गया। शुद्धिकरण कार्यक्रम भी करीब तीन घंटे तक चलता रहा जिसमें बारी-बारी से सभी को बुलाकर गंगाजल छिड़का गया। इसके बाद उन्हें सदस्यता दी गई। 

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धरने पर बैठे अशोक मोंडल ने बीजेपी को सांप्रदायिक पार्टी करार देते हुए कहा, 'बीजेपी नेताओं ने हमारे दिमाग में सांप्रदायिक जहर घोल दिया है जिससे हमारी शांति भंग हो गई है। पुनः शांति लौटाने के लिए हमारे ऊपर पवित्र गंगाजल छिड़क जा रहा है। ये हमारे शरीर के शुद्धीकरण के लिए नहीं था, बल्कि प्रदूषित दिमाग को शुद्ध करने के लिए था।' 

मोंडल ने कहा कि बीजेपी में शामिल होकर हमने गांवों का विकास रोक दिया। बीजेपी से हमें फायदा के बजाय उल्टे नुकसान हुआ है।' उधर बीजेपी ने इस आयोजन को ड्रामा करार दिया है। बीजेपी ने आरोप लगाया है कि हमारे कार्यकर्ताओं को डरा-धमका कर जबरन टीएमसी में शामिल कराया जा रहा है।