दुनिया ने देखी चांद की अठखेलियां, सुपर ब्लड मून के नजारे देख कर बोले वाह

सुपरमून धरती से दिखने वाला चांद का एक बड़ा साइज है। चंद्रमा जिस आर्बिट में धरती की परिक्रमा करता है वह ओवल शेप में है, ऐसे में कई बार यह धरती के काफी नजदीक आ जाता है, और बड़ा दिखता है, सुपरमून कहते हैं, वहीं इसी दिन पूर्ण चंद्र ग्रहण ने इस घटना को और ज्यादा ऐतिहासिक बना दिया

Updated: May 27, 2021, 02:23 PM IST

Photo courtesy: twitter
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 दुनिया चाहें कितनी ही तरक्की क्यों ना कर ले, कुछ चीजें हमेशा उसे आकर्षित करती हैं, उन्हीं में से एक है चांद, जो वैसे ये चांद रोजना सफेद, उजला और चमकीला नजर आता है। लेकिन बुधवार को पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान इसका अलग रुप रंग नजर आया।

 

 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 
 

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दुनिया के कई देशों में यह चांद लाल रंग की आभा लिए हुए दिखाई दिया। सुपर ब्लड मून का नजारा देख लोग इसकी खूबसूरती की तारीफ करते नहीं थके। 26 मई को पूर्ण चंद्रग्रहण के दौरान यह ज्यादा चमकदार दिखाई दिया। जब चांद आधा हुआ तो यह ब्लैक एंड व्हाइट कुकी जैसा नजर आया। इस अद्भुत नजारे का आनंद लेने के लिए दुनियाभर के लोग उत्सुक थे।

वैसे तो चंद्रग्रहण की खगोलीय घटना 5 घंटे चली, लेकिन पूर्ण चंद्रगहण की स्थिति करीब 15 मिनट रही। अमेरिका, आस्ट्रेलिया, प्रशांत, अटलांटिक और हिंद महासागर ब्लड मून देखने को मिला। 26 मई को सुपर ब्लड मून का नजारा देखा जो पूर्ण चंद्रग्रहण के साथ सामान्य से अधिक चमकीला होने का मिश्रण था।

करीब 6 साल में पहली बार सुपरमून और चंद्रग्रहण की घटना एक साथ देखने को मिली। आकाश में चांद रोजाना के मुकाबले ज्यादा बड़ा और शाइनी नजर आया। भारत के नार्थ इस्ट, पश्चिम बंगाल, ओडिशा और अंडमान निकोबार में था। लेकिन यास तूफान की वजह से कम ही नजारा देखने को मिला। अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया, ब्राजील और रूस समेत कई देशों में शानदार नजारा देखने को मिला।

दक्षिण अफ्रीका में बारिश और बादल  थे, वहीं जापान में भी बादल छाए रहे। जिसकी वजह से लोगों को उतनी अच्छी से ब्लड मून नहीं दिखाई दिया। प्रशांत और पूर्वी एशिया के कई हिस्सों में अद्भुत घटना आधी रात से पहले दिखाई दी। जबकि भारत में इसका समय दोपहर दो बजे से 7 बजे तक का था।