Sushant Singh Rajput: दर्शकों को पसंद आ रही है Dil Bechara

Dil Bechara: सुशांत सिंह राजपूत की अंतिम फिल्म 'दिल बेचारा' रिलीज से पहले ही चर्चा में, ये फिल्म कल हो गयी रिलीज

Updated: Jul 26, 2020, 01:23 AM IST

मुंबई। सुशांत सिंह राजपूत का ना होना और उनकी फिल्म का रिलीज़ होना ये बहुत इमोशनल वक़्त है। उनके चाहने वालो की सुने तो सुशांत सिंह हमेशा लोगो के दिलो में ज़िंदा रहेंगे। किया बॉलीवुड की सबसे बड़ी हिट हो सकती है ये फिल्म। सुशांत सिंह राजपूत की फिल्म 'दिल बेचारा' रिलीज से पहले ही लगातार चर्चा में बनी हुई है। 'दिल बेचारा' 24 जुलाई को रिलीज हो गयी है। ये कहां पर रिलीज हुई, इसका फ़िल्म कहां पर देख सकते हैं जैसे कई सवाल सुशांत के प्रशंसकों के मन में हिलोरे मार रहे हैं। सुशांत की 'दिल बेचारा' फिल्म इस वजह से भी सुर्खियों में हैं क्योंकि सुशांत की ये आखिरी फिल्म है। 

फिल्म 'दिल बेचारा' पहले इस साल मई में रिलीज होने वाली थी लेकिन कोरोना वायरस की वजह से फिल्म की रिलीज पर ब्रेक लगा दिया गया था। जिससे प्रशंसक थोड़े परेशान हो गए थे। सुशांत के फैंस इस झटके से उबर ही पाते कि 14 जून को उनके निधन की खबर ने सभी को सन्न कर दिया। सुशांत के अचानक दुनिया से अलविदा कहने के बाद फिल्म डायरेक्टर मुकेश छाबरा ने सुशांत को ट्रिब्यूट देने के लिए इसे ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज करने का फैसला लिया है। 

'दिल बेचारा' के रिलीज से पहले ही फिल्म डायरेक्टर मुकेश छाबरा ने यूट्यूब पर इसका गाना रिलीज कर दिया। इस गाने को लोगों ने खूब पसंद किया। इसके साथ ही लोगों का एक्साइटमेंट फिल्म को लेकर और भी बढ़ा दिया।

'दिल बेचारा' की स्टार कास्ट
सुशांत सिंह राजपूत- इमैनुएल राजकुमार जूनियर या मैनी 
संजना सांघी- किजी बासू
सैफ अली खान- आफताब बासू
साहिल वैद्य
स्वास्तिका मुखर्जी
मिलिंद गुनाजी
जावेद जाफरी 

बंगाली लड़की का किरदार निभा रहीं संजना सांघी

अभिनेत्री संजना संघी फिल्म 'दिल बेचारा' में बंगाली लड़की के किरदार में नजर आएंगी। इस किरदार में ढलने के लिए उन्हें खूब मेहनत करनी पड़ी है। संजना ने इसके लिए नेशनल स्कूल ऑफ ड्रामा से प्रशिक्षण प्राप्त किया, वह कुछ वर्कशॉप में भी शामिल हुईं और उन्होंने ऐसा कुछ महीने तक रोजाना करीबन सात घंटे तक किया। बंगाली बोलचाल की सामान्य भाषा पर भी उन्होंने अपनी पकड़ बनाई।

इसके अलावा, उन्होंने फिल्म के निर्देशक मुकेश छाबड़ा संग एक्टिंग के कुछ वर्कशॉप में हिस्सा लिया और एनएसडी से स्नातक व अभिनेत्री सुष्मिता सुर से भी भाषा संबंधी प्रशिक्षण प्राप्त की।

संजना ने कहा, "आखिरकार छह से सात महीने तक हर दिन कड़ी मेहनत करने के बाद मैं इस भाषा में बातचीत करने में सहज हो गई और (सह-कलाकार) स्वस्तिका (मुखर्जी) और शाश्वत दा (चटर्जी) के साथ बंगाली में दृश्यों को आराम से फिल्माने लगी, जो फिल्म में मेरे माता-पिता के किरदार में हैं और खुद भी बंगाली फिल्मों के जाने-माने कलाकार हैं। उन्हें नहीं पता था कि मैं उत्तर भारत से हूं और मुझे याद है जब स्वस्तिका, मुकेश को बता रही थीं कि अच्छा किया तुमने किजी के किरदार को निभाने के लिए किसी बंगाली लड़की को ही चुना, नहीं तो फिर काफी मुश्किल हो जाती।"

संजना कहती हैं, "यह उस वक्त मुझे मिली सबसे बड़ी प्रशंसा थी।"