योगी आदित्‍यनाथ के बोल पर गर्माई UP-महाराष्ट्र की सियासत

प्रवासी मजदूर मामले में बढ़ा विवाद, योगी के बयान के बाद, राज ठाकरे, संजय राउत हुए हमलावर

Publish: May 26, 2020, 07:37 AM IST

उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के उस बयान पर राजनीति शुरु हो गई है, जिसमें उन्होंने महाराष्ट्र में प्रवासी मजदूरों के साथ गलत व्यवहार करने का आरोप लगाया था। अब मनसे और शिवसेना योगी आदित्यनाथ पर हमलावर हो गए हैं। दरअसल देश के विभिन्न हिस्सों से घर वापसी करने वाले उत्तर प्रदेश के प्रवासी कामगारों का उचित ध्यान नहीं रखने को लेकर योगी ने सवाल उठाए थे। सीएम योगी ने इस बात पर खेद जताया था कि कामगार हमारे सबसे बड़े संसाधन हैं और हम उन्हें उत्तर प्रदेश में रोजगार देंगे। राज्य सरकार उन्हें रोजगार मुहैया करवाने के लिए प्रवासी आयोग गठित करेगी।  

योगी ने कहा था कि अब अगर किसी प्रदेश को उत्तर प्रदेश के कामगारों की जरूरत होगी तो उन्हें पहले यूपी सरकार से इजाजत लेनी होगी। इसके लिए प्रवासी आयोग बनाया जाएगा। ये आयोग प्रवासी कामगारों के अधिकारों के संरक्षण में सहायक होगा। कामगारों का शोषण रोकना और उन्हें सामाजिक, आर्थिक तथा कानूनी मदद मुहैया करवाने के लिए आधिकारिक रूपरेखा प्रदान करना इसका काम होगा। साथ ही उन्होंने कहा, 'बीमा, सामाजिक सुरक्षा, पुन: रोजगार सहायता, बेरोजगारी भत्ते का प्रावधान आदि पर आयोग विचार करेगा।

UP -महाराष्ट्र में बनाएगा प्रवासी आयोग तो महाराष्ट्र में बिना अनुमति प्रवासी मजदूरों की NO Entry

योगी आदित्यनाथ के बयान के बाद अब महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना के अध्यक्ष राज ठाकरे ने करारा जवाब दिया है। ठाकरे ने कहा कि है उत्तर प्रदेश के कामगार चाहिए तो उत्तर प्रदेश सरकार की इजाजत लेनी होगी, अगर ये मजदूर महाराष्ट्र में आते हैं, तो उन्हें महाराष्ट्र सरकार और महाराष्ट्र पुलिस की इजाजत के बाद ही एंट्री मिलेगी। इसके बिना वो यहां काम करने नहीं आ पाएंगे। ये बात योगी आदित्यनाथ को ध्यान में रखनी होगी।

राज ठाकरे ने महाराष्ट्र सरकार को इस मामले को गंभीरता से लेने की सीख दी है। उन्होंने कहा कि भविष्य में अगर कोई भी प्रवासी हमारे राज्य में आता है तो उसे भी अपनी जानकारी आईडी प्रूफ थाने में जमा करना होगा। यह कार्रवाई पूरी होने के बाद ही किसी मजदूर को महाराष्ट्र में एंट्री दी जाएगी। इस नियम का पालन महाराष्ट्र सरकार को सख्ती से करना चाहिए।

महाराष्ट्र में प्रवासी मजदूरों से अनुचित व्यवहार के यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के दावों को शिवसेना नेता संजय राउत ने भी खारिज किया है, राउत ने दावा किया है कि प्रवासियों ने लॉकडाउन के बीच महाराष्ट्र से जाते वक्त मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तारीफ की थी। राउत ने कहा कि वह मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे की तारीफ कर रहे प्रवासी मजदूरों के वीडियो आदित्यनाथ को भेजेंगे। संजय राउत का कहना है कि आदित्यनाथ को इस तरह के दावे नहीं करने चाहिए थे। अब उन्हें अपना अधिकांश समय घर लौटे प्रवासी मजदूरों को भोजन-पानी उपलब्ध कराने में लगाना चाहिए। शिवसेना नेता का कहना है कि अगर उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री चाहते हैं कि राज्यों को उनके प्रदेश के लोगों को रोजगार देने के लिए उनकी अनुमति लेनी चाहिए तो उन्हें यह नहीं भूलना चाहिए कि प्रवासी मजदूर काम की तलाश में महाराष्ट्र आए थे। जिसे हमने उन्हें स्वीकार किया और उन्हें यहां काम करने दिया।