सीएम शिवराज सिंह चौहान ने पत्नी और बेटे को दी जिम्मेदारी, क्या है मायने

मध्यप्रदेश के अखबारों में छपी तमाम ख़बरों का जायज़ा हम समवेत की ख़ास पेशकश समाचार सारांश में

Updated: Feb 09, 2022, 02:58 AM IST

अब अलग अलग अखबार पढ़ने से मुक्ति। हम समवेत के 'समाचार सारांश' में सुनिए एमपी के अखबारों में छपी खबरें एक साथ। यहां आपको मिलेगी वो खबरें जो आपके लिए जानना महत्वपूर्ण हैं।

 

शिवराज सिंह चौहान के गृहग्राम का उत्सव

मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने नर्मदा जयंती पर अपने गृह ग्राम जैत से ग्राम गौरव दिवस की शुरुआत की। मंच से ग्राम पंचायत के प्रस्तावों को समझाने के साथ सबके हाथ उठवाकर पारित करवाते हुए शिवराज ने अधिकारियों को प्रस्तावों को नोट करने के साथ ही जल्दी से पूरे करवाने की हिदायत दी। उन्होंने पत्नी साधना सिंह को महिलाओं के स्किल डेवलपमेंट के लिए शुरू होने वाली ट्रेनिंग और बेटे कुणाल को गांव में स्वच्छता के लिए डस्टबिन रखवाने की जिम्मेदारी भी सौंपी। इस पर कुणाल ने मंच से ही ग्राम पंचायत के प्रस्ताव अनुसार अपने सुंदर ट्रस्ट के माध्यम से डस्टबिन रखवाने का वादा किया।


पद्दोन्नति मामले से मंत्रियों ने पल्ला झाड़ा


मध्य प्रदेश में नौकरी में प्रमोशन को लेकर मंत्री समूह की मंगलवार को बैठक में भी कोई निष्कर्ष नहीं निकला। गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा की अध्यक्षता में प्रमोशन में आरक्षण को लेकर हुई मंत्री समूह की बैठक में कर्मचारी संगठन अपनी मांग पर अड़े रहे। आखिरकार मंत्रियों ने पल्ला झाड़ते हुए पदोन्नति मामले में गेंद अब अजाक्स और सपाक्स के पाले में डाल दी है। दोनों संगठनों के पदाधिकारी अब अफसरों के साथ बैठक कर मामले पर एक राय बनाने का प्रयास करेंगे।

क्या मैं भी पान सिंह तोमर बन जाऊँ

ग्वालियर में कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह की जन सुनवाई में रिटायर्ड फौजी की बात सुनकर सन्नाटा छा गया। जनसुनवाई में मौजूद भीड़ में पूर्व फौजी रघुनाथ सिंह तोमर भी थे। वो एकदम कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह के सामने हाजिर हुए और अपनी व्यथा कहने लगे- साहब देश सेवा के बाद अब परिवार के साथ सुकून की ज़िंदगी बिताना चाहता हूं। लेकिन माफिया और पुलिस वाले मुझे पान सिंह तोमर बनने के लिए मजबूर कर रहे हैं। अपने परिवार की हक की लड़ाई के लिए " क्या साहब बंदूक उठाकर पान सिंह तोमर जैसा बागी बन जाऊं"?