PM Modi : ना कोई सीमा में घुसा, ना ही किसी चौकी पर कब्जा हुआ

India China Dispute : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 20 जाबांज शहीद हुए, लेकिन वो दुश्‍मनों को सबक सिखाकर गए

Publish: Jun 20, 2020, 06:13 AM IST

Photo courtesy : assianet news
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भारत और चीन के बीच सीमा पर चल रहे तनाव को लेकर शुक्रवार को सर्वदलीय बैठक आयोजित हुई। पीएम मोदी की अध्यक्षता में आयोजित इस डिजिटल बैठक में देशभर के प्रमुख 20 राजनीतिक दलों के प्रतिनिधि शामिल हुए। सर्वदलीय बैठक में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कहा कि हमारी किसी पोस्‍ट पर दूसरे का कब्‍जा नहीं है। कोई भी हमारी एक इंच जमीन पर आंख उठाकर नहीं देख सकता। लद्दाख में हमारे 20 जाबांज शहीद हुए, लेकिन जिन्होंने भारत माता की तरफ आंख उठाकर देखा था, उन्हें वो सबक सिखाकर गए।

पीएम मोदी ने कहा कि मैं राजनीतिक दलों को ये विश्वास दिलाता हूं कि हमारी सेना किसी भी जवाबी कार्रवाई के लिए सक्षम है। हमारे वीर जवानों के साथ चट्टान की तरह खड़े हैं उनकी वीरता उनके कौशल उनकी सूझबूझ पर देश अटूट विश्वास रखता है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बैठक के दौरान कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने राष्ट्र को यथास्थिति बहाल करने की आश्वासन देने की मांग की है। उन्होंने पीएम से पूछा कि चीनी सैनिकों ने किस तारीख को घुसपैठ की और सरकार को इस बात की जानकारी कब मिली? टीएमसी अध्यक्ष ममता बनर्जी ने सरकार से सीमा के हालातों पर पारदर्शिता बरतने की मांग की।

बैठक की शुरुआत सोमवार रात हुई हिंसक झड़प में शहीद हुए 20 भारतीय जांबाजों को श्रद्धांजलि देकर की गयी। इस दौरान देशभर के 20 प्रमुख राजनीतिक दलों के प्रतिनिधियों के अलावा गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह, विदेश मंत्री एस जयशंकर, वित्‍त मंत्री निर्मला सीतारमण समेत विभिन्‍न मंत्रालयों के अधिकारी मौजूद थे। बैठक के दौरान रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने सीमा पर मौजूदा हालातों की जानकारी देते हुए कहा कि भारतीय सेना किसी भी विषम परिस्थितियों से निपटने के लिए तैयार है।

न्यूज़ एजेंसी एएनआई के मुताबिक कांग्रेस अध्यक्ष सोनिया गांधी ने सरकार से राष्ट्र को यथास्थिति बहाल करने की आश्वासन देने की मांग की है। उन्होंने पीएम से पूछा माउंटेन स्ट्राइक कोर की वर्तमान स्थिति क्या है? विपक्षी दलों को नियमित रूप से जानकारी दी जानी चाहिए। सोनिया ने पूछा कि चीनी सैनिकों ने किस तारीख को घुसपैठ की? सरकार ने घुसपैठ के बारे में कब पता लगाया? क्या सरकार को सैटेलाइट पिक्स नहीं मिलते हैं? क्या खुफिया विभाग असामान्य गतिविधि के बारे में रिपोर्ट नहीं करती है?

 इस दौरान पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने सरकार से मामले पर पारदर्शिता बरतने की मांग की। उन्होंने कहा कि हमसब एक साथ हैं लेकिन सरकार को समय-समय पर विपक्ष को जानकारी देनी चाहिए। उन्होंने चीनी कंपनियों को टेलीकॉम, उड्डयन व रेलवे सेक्टर में पाबंदी लगाने की भी मांग की है।

बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने कहा कि देशभर में चीन के खिलाफ गुस्सा है, ऐसे समय में हमारे बीच मतभेद नहीं होना चाहिए, हम एकजुट हैं। मामले पर सीपीआई नेता डी राजा ने कहा कि हमें अमेरिकी प्रयासों का विरोध करना चाहिए वहीं सीपीआईएम के सीताराम येचुरी ने पंचशील के सिद्धांतों पर जोर दिया। इस दौरान सभी पार्टियों ने प्रधानमंत्री और सुरक्षाबलों के हर फैसलों पर साथ देने व एकजुट रहने की बात कही।

बता दें कि भारत और चीन के बीच पिछले एक महीने से पूर्वी लद्दाख के गालवान क्षेत्र में तनाव जारी है। सोमवार देर रात को भारतीय सेना की चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प हो गई। जिसके बाद भारत के कुल 20 सैनिक शहीद हो गए।

पूर्वी लद्दाख के गालवान क्षेत्र में तनाव जारी है। सोमवार देर रात को भारतीय सेना की चीनी सैनिकों के साथ हिंसक झड़प हो गई। जिसके बाद भारत के कुल 20 सैनिक शहीद हो गए।

विपक्ष ने प्रधानमंत्री की चुप्पी पर उठाया था सवाल

सरहद पर सेना के बीस जवानों के शहीद होने पर कांग्रेस ने प्रधानमंत्री मोदी की चुप्पी पर सवाल उठाया था। कांग्रेस पार्टी ने प्रधानमंत्री को सीमा की वास्तविक स्थिति से अवगत कराने के लिए कहा था। कांग्रेस पार्टी की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी ने एक वीडियो संदेश जारी करते हुए चीन के मसले पर सरकार को समर्थन देने की बात कही थी। इसके अलावा सोनिया गांधी ने प्रधानमंत्री से तीखे सवाल भी पूछे थे।