Shoaib Akhtar : पहाड़ से पत्थर फेंककर की प्रैक्टिस

Controversy with Sehwag : अगर ऐसा कहा होता तो मैं उसे वहीं पटककर पिटता और मैदान के बाहर भी मारता

Updated: Aug 14, 2020, 07:55 AM IST

photo courtesy: Times of India
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पाकिस्तान के पूर्व तेज गेंदबाज शोएब अख्तर का आज 13 अगस्त को जन्मदिन है। रावलपिंडी एक्सप्रेस नाम से मशहूर 45 वर्षीय अख्तर ने गेंदबाजी में कई रेकॉर्ड बनाई है। शोएब की गेंदबाजी ने दुनियाभर के बड़े-बड़े बैट्समैन को परेशान किया है। सचिन, सहवाग से लेकर राहुल द्रविड़ जैसे महान बल्लेबाजों को भी शोएब ने अपनी गेंदबाजी से पसीने छुड़ाए हैं। अख्तर के जन्मदिन के मौके पर आज हम बताने जा रहे हैं कि कैसे उन्होंने सबसे तेज गेंदबाजी करने का वर्ल्ड रिकॉर्ड अपने नाम किया।

शोएब अख्तर की एक गेंद उनके करियर का टर्निंग पॉइंट माना जाता है। इस एक गेंद ने उन्हें अपने समकालीन सभी तेज गेंदबाजों के आगे खड़ा कर दिया और जिसका रेकॉर्ड आजतक किसी गेंदबाज ने नहीं तोड़ी है। यह पहला मौका था जब उन्होंने 100 मिल प्रति घंटे की रफ्तार को पार किया था। साल 2003 में 22 फरवरी को क्रिकेट विश्वकप के दौरान जब पाकिस्तान और इंग्लैंड के बीच मुकाबला था। इस दौरान क्रीज पर पूर्व सलामी बल्लेबाज निक नाईट थे और बॉल शोएब के हाथ में थी। इस ऑवर की आखिरी गेंद को शोएब ने 161.3 kmph की रफ्तार से फेंकी जिसे आजतक विश्व मे किसी ने नहीं छू पाया है। इस गेंद को याद करते हुए निक नाईट ने कहा है कि इस दौरान मुझे समझ नहीं आया कि ये क्या हुआ। मैने किसी तरह बस अपने बल्ले को नीचे किया था।

पहाड़ से पत्थर फेंककर की थी प्रैक्टिस

बेहद गरीब परिवार में जन्मे शोएब अख्तर के पास बचपन में इतने साधन नहीं थे कि वह गेंद खरीद पाते। लेकिन गेंदबाजी को लेकर उनका जुनून अटल था। अख्तर अपने इस जुनून को इतिहास बनाने के लिए पहाड़ से पत्थर फेंका करते थे। इस अनोखे प्रैक्टिस से उनकी मांसपेशियों में इतनी मजबूती आई कि क्रिकेट मैदान में उतरने के बाद तेज गेंदबाजी में उन्हें महारत हासिल हो गई। एक जमाने में बेट ली और अख्तर के बीच तेज गेंद फेंकने को लेकर होड़ रहती थी। लेकिन अख्तर की तेज गेंदबाजी का रिकॉर्ड किसी ने नहीं तोड़ा।

बल्लेबाजी में भी बनाया वर्ल्ड रिकॉर्ड

यूं तो शोएब मुख्य रूप से एक गेंदबाज ही थे। बावजूद इसके उन्होंने बल्लेबाजी में भी विश्व रिकॉर्ड बनाए हैं। अख्तर के पास लगातार 12 वनडे मैचों में नाबाद रहने का भी रेकॉर्ड है जिसे आजतक किसी ने नहीं तोड़ी है। शोएब को अपने करियर में ज्यादा बल्लेबाजी का तो मौका नहीं मिला लेकिन उन्होंने 2003 वर्ल्ड कप मैच में इंग्लैंड के खिलाफ 16 बॉल पर 43 रन बनाई थी। इस पारी में अख्तर ने 5 चौके और 3 छक्के जड़े थे। उन्होंने हाल ही में इस पारी की वीडियो भी सोशल मीडिया पर शेयर किया था।

काफी विवादित रहा करियर

शोएब अख्तर अपने करियर के दौरान काफी विवादों में भी रहे हैं। उनसे जुड़े विवाद उनकी क्रिकेट करियर खत्म होने के बाद भी उनकी पीछा नहीं छोड़ी है। उन्होंने एक बार अपने साथी खिलाड़ी मोहम्मद आसिफ को बल्ले से मार दिया था। वह डोप टेस्ट में फेल होने के बाद टीम से भी बाहर हुए हैं। 

सहवाग के साथ जुड़ा है चर्चित किस्सा

उनका एक चर्चित विवाद भारतीय बल्लेबाज वीरेंद्र सहवाग से भी जुड़ा हुआ है। दरअसल, सहवाग ने दावा किया था कि मार्च 2004 में खेले गए मुल्तान टेस्ट में उनकी और शोएब के बीच मैदान में ही किसी बात को लेकर बहस हुई थी। जिसके बाद सहवाग ने उनपर तंज कसते हुए कहा था कि, 'बाप-बाप होता है, बेटा-बेटा होता है।' हालांकि शोएब ने 16 वर्षों के बाद इस बात का खंडन किया है। बीते दिनों सहवाग के इस दावे को उन्होंने करते हुए झूठा करार देते हुए कहा था कि अगर सहवाग ने मैदान में ऐसा कहा होता तो मैं उसे वहीं पटककर पिटता और मैदान के बाहर भी मारता।