T20 के नियमों में ICC ने किया बड़ा बदलाव, गेंदबाज़ों की आ सकती है शामत

आईसीसी ने टी ट्वेंटी में भी अब स्लो ओवर रेट का नियम लागू करने की घोषणा की है, जिस वजह से पारी के अंतिम ओवर के रोमांच में बड़ा इजाफा हो सकता है

Publish: Jan 07, 2022, 08:46 AM IST

नई दिल्ली। अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद ने क्रिकेट के सबसे छोटे प्रारूप के नियमों में बड़ा बदलाव किया है। आईसीसी ने टी ट्वेंटी में भी अब स्लो ओवर रेट के नियम को लागू करने का एलान कर दिया है। यह नियम आयरलैंड और वेस्ट इंडीज के बीच खेली जाने वाली टी ट्वेंटी श्रृंखला से लागू हो जाएगा। आईसीसी के नए नियम से गेंदबाजों की शामत आ सकती है। तो वहीं बल्लेबाजों को सबसे छोटे प्रारूप में और छूट मिल जाएगी। 

स्लो ओवर रेट के नियम से गेंदबाजों का बड़ा नुकसान यह है कि अगर गेंदबाजी टीम निर्धारित समय में अंतिम ओवर की पहली गेंद नहीं फेंकने की स्थिति में नहीं होती है, तब ऐसी परिस्थिति में गेंदबाजी टीम को तीस गज के दायरे के बाहर एक अतिरिक्त फिल्डर को रखने की छूट नहीं होगी। टी ट्वेंटी में बल्लेबाजों का पूरा ध्यान ज्यादा से ज्यादा रन स्कोर करने पर होता है। ऐसे में तीस गज के दायरे के बाहर एक फिल्डर की कमी से बल्लेबाजों को खुलकर खेलने की और भी छूट मिल जाएगी। 

ज़ाहिर है कि इस नियम के कारण गेंदबाजी टीम का पूरा ज़ोर स्लो ओवर रेट से बचने की ओर होगा। हालांकि भले ही इस नियम से गेंदबाजी करने वाली टीम को नुकसान ज़रूर होगा लेकिन दर्शकों के लिए यह नियम टी ट्वेंटी के मनोरंजन में इजाफा कर जाएगा। 

स्लो ओवर रेट के अलावा आईसीसी ने टी ट्वेंटी में ड्रिंक्स ब्रेक के प्रावधान को भी जोड़ा है। एक पारी के सेकंड हॉफ यानी दस ओवर के बाद ड्रिंक्स ब्रेक लिया जा सकता है। हालांकि आईसीसी ने इसकी छूट मैच खेलने वाली दोनों टीमों को दी है। दोनों ही टीमों को सीरीज की शुरुआत से पहले यह तय करना होगा कि वे आगामी सीरीज में ड्रिंक्स ब्रेक का प्रावधान रखेंगे या नहीं।