विराट कोहली ने कप्तानी छोड़ने से कर दिया था इनकार, BCCI ने जबरन दिखाया बाहर का रास्ता

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक कप्तानी छोड़ने को तैयार नहीं थे विराट कोहली, फिर बीसीसीआई सेक्रेटरी जय शाह ने दिखाई अपनी ताकत और 48 घंटे में कर दिया बाहर

Updated: Dec 09, 2021, 04:37 AM IST

Photo Courtesy: India Today
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नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के दिग्गज बल्लेबाज रोहित शर्मा को वनडे टीम का नया कप्तान नियुक्त किया गया है। उन्हें विराट कोहली की जगह पर टीम की कमान सौंपी गई है। कोहली हाल ही में T20 की कप्तानी भी छोड़ चुके हैं। इसी बीच खुलासा हुआ है कि कोहली अपने पद पर बने रहने के लिए अड़े हुए थे, लेकिन बीसीसीआई में उन्हें जबरण बाहर का रास्ता दिखाया है।

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक बीसीसीआई खासतौर पर सेक्रेटरी जय शाह ने उन्हें स्वेच्छा से कप्तानी छोड़ने के लिए कहा था। लेकिन कोहली इसपर राजी नहीं हुए। इसके बाद बीसीसीआई ने उन्हें दो दिनों की मोहलत दी। लेकिन कोहली वनडे फॉर्मेट में कप्तान बने रहने की बात पर अड़े रहे। 48 घंटे गुजरने के बाद बीसीसीआई ने अपनी ताकत दिखाई और उन्हें बाहर से रास्ता दिखाते हुए रोहित शर्मा को कप्तान नियुक्त कर दिया।

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खास बात ये है कि कोहली की बर्खास्तगी के बारे में बीसीसीआई के बयान में जिक्र भी नहीं किया गया है। बीसीसीआई ने सिर्फ कहा है कि चयन समिति ने आगे बढ़ने के दौरान रोहित को वनडे और टी20 अंतरराष्ट्रीय टीमों का कप्तान बनाने का फैसला किया है। ऐसे में कोहली ने महज यूं ही अपनी कप्तानी गंवा दी। माना जा रहा है कि कोहली की महत्वाकांक्षा शायद 2023 वनडे विश्व कप में घरेलू सरजमीं पर भारतीय टीम की अगुआई करने की थी।

हालांकि, बीसीसीआई ने पल भर में उनके सारे सपनों को चकनाचूर कर दिया। T20 विश्व कप में खराब परफॉर्मेंस के बाद कोहली को हटाया जाना लगभग तय माना जा रहा था। लेकिन माना जा रहा है कि बीसीसीआई पिछले साढ़े चार वर्षों से टीम के कप्तान रहे विराट को सम्मानजनक विदा करना चाहती थी। सीधी उंगली से जब विराट कप्तानी छोड़ने को राजी नहीं हुए तो बोर्ड में उंगली को टेढ़ी कर उन्हें न सिर्फ हटा दिया बल्कि यह भी संदेश दिया कि बोर्ड से बड़ा कोई नहीं है, चाहे वह कितना ही बड़ा क्रिकेटर क्यों न हो।

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कोहली के सामने इसे स्वीकार करने के अलावा कोई दूसरा विकल्प नहीं बचा है। कोहली की कप्तानी का दौर खुद में एक शानदार दास्तां रहा है। कैप्टन कूल महेंद्र सिंह धोनी के मार्गदर्शन में विराट ने कप्तानी के गुर सीखे और उन्हें टीम का नेतृत्व का मौका भी मिला। लेकिन कहा जाता है की कम ही समय में विराट ताकतवर कप्तान हो गए जो अपने हिसाब से सारी चीजें करने लगे। इसमें कोच रवि शास्त्री का भरपूर समर्थन रहा। लेकिन अब समय आ गया है जब कोहली सिर्फ बैटिंग तक सीमित रहेंगे।