Virat Kohli: पिच से तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिलने पर इंग्लिश बल्लेबाज़ों को भी होगी मुश्किल

इंग्लैंड ने अपना आखिरी डे नाइट टेस्ट मैच मार्च 2018 में खेला था, इंग्लैंड की टीम को उस मैच में एक पारी और 49 रनों से शिकस्त का सामना करना पड़ा था

Updated: Feb 23, 2021, 01:11 PM IST

Photo Courtesy : Indian Express
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अहमदाबाद। भारत और इंग्लैंड के बीच मोटेरा में खेले जाने वाले सीरीज़ के तीसरे टेस्ट मैच में अब कुछ ही घंटों का समय बाकी रह गया है। वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिहाज़ से यह मैच दोनों टीमों के लिए महत्वपूर्ण तो है ही लेकिन साथ ही मौजूदा सीरीज़ के हिसाब से भी यह मुकाबला काफी रोचक माना जा रहा है। अब तक सीरीज़ के दो टेस्ट मैचों में दोनों ही टीमें एक एक की बराबरी पर हैं। मोटेरा में खेले जाने वाले मैच से पहले मोटेरा की पिच को लेकर काफी चर्चा हो रही है। टीम इंडिया के कप्तान विराट कोहली का कहना है कि अगर मोटेरा की पिच से तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिलती है, तो ऐसी स्थिति में भारतीय तेज़ गेंदबाज़ों को खेलना इंग्लिश बल्लेबाज़ों के लिए भी आसान नहीं होगा।  

मैच से पहले प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान कोहली ने कहा कि हम एक टीम के तौर पर अपनी मज़बूती पर ध्यान दे रहे हैं। विपक्षी टीम में भी काफी कमज़ोर कड़ियाँ हैं और हमारे गेंदबाज़ विपक्षी टीम की कमज़ोर कड़ियों को भुनाने के लिए तैयार हैं। मोटेरा की पिच को लेकर कोहली ने कहा कि अगर पिच से तेज़ गेंदबाज़ों को मदद मिलती है तो इंग्लिश बल्लेबाज़ों के लिए हमारे गेंदबाज़ों को खेलना भी आसान नहीं रहने वाला है। इसके साथ ही पिंक बॉल टेस्ट मैच को लेकर कप्तान कोहली ने अपनी बात रखते हुए कहा कि पिंक बॉल टेस्ट में पहला सत्र बल्लेबाज़ी के लिए बेहतर होता है। लेकिन शाम होने के बाद बल्लेबाज़ों को फिर से शुरूआत करनी होती है।  

एडिलेड टेस्ट में हम  सिर्फ 45 मिनट खराब खेले : कोहली 

मोटेरा टेस्ट से पहले ऑस्ट्रेलिया दौरे पर एडीलेड में खेले गए टेस्ट मैच को लेकर विराट कोहली ने कहा कि एडिलेड में अगर 45 मिनट की अवधि को हटा दिया जाए, तो इसके अलावा भारतीय टीम ने उम्दा प्रदर्शन किया था। कोहली ने कहा कि 45 मिनट को छोड़कर हम पूरे डे नाइट टेस्ट में ऑस्ट्रेलिया पर हावी थे। लेकिन कुछ ख़ास दिनों पर ऐसा होता है कि चीज़ें हमारे हाथ में नहीं होती। एडिलेड में भी कुछ ऐसा ही हुआ।  

डे नाइट टेस्ट मैच में कौन सी टीम का पलड़ा है भारी 

भारत ने अब तक दो डे नाइट टेस्ट मैच खेले हैं, इसमें भारत को वेस्ट इंडीज़ के खिलाफ जहाँ जीत मिली तो वहीं ऑस्ट्रलियाई दौरे पर खेले गए एडिलेड टेस्ट में भारत को आठ विकेटों से करारी हार मिली।एडीलेड टेस्ट की दूसरी पारी  में भारतीय टीम महज़ 36 रन ही बना सकी थी। दूसरी तरफ इंग्लैंड की टीम ने भारत के मुकाबले एक डे नाइट टेस्ट मैच खेला है। डे नाइट टेस्ट मैचों के इतिहास में सबसे बड़ी एक पारी और 209 रनों की जीत भी इंग्लैंड टीम के नाम ही है। इंग्लैंड ने अगस्त 2017 में बर्मिंघम में वेस्ट इंडीज़ की टीम को हराया था। लेकिन इसके बाद खेले गए दोनों टेस्ट मैचों में इंग्लैंड की टीम को हार मिली है। ऑस्ट्रेलिया से एक बार इंग्लैंड की टीम 120 रनों से हारी है जबकि न्यूज़ीलैंड से इंग्लिश टीम पारी और 49 रनों से हार गई थी। 

ऐसे में भले ही इंग्लैंड की टीम ने भारत के मुकाबले एक डे नाइट टेस्ट मैच अधिक खेला हो लेकिन उसका प्रदर्शन मोटेरा से पहले भारतीय टीम के मुकाबले ज़्यादा मज़बूत स्थिति में खड़ा नहीं कर पाता। दूसरी तरफ इंग्लैंड की टीम को आखिरी डे नाइट टेस्ट मैच खेले लगभग तीन साल हो गए हैं। जबकि भारतीय टीम दिसंबर महीने में ही ऑस्ट्रेलिया दौरे पर डे नाइट टेस्ट मैच खेल कर आई है। हालांकि मौजूदा सीरीज़ में भारत के लिए खेल रहे कप्तान कोहली के अलावा रहाणे, पुजारा, अश्विन और बुमराह भी एडिलेड डे नाइट टेस्ट मैच में भारतीय टीम का हिस्सा थे। ऐसे में मोटेरा में मेहमान और मेज़बान में कौन बाज़ी मारेगा, इस पर मैच से पहले भविष्यवाणी नहीं की जा सकती। हाँ, इतना ज़रूर है कि यह मैच पहले दो मैचों के मुकाबले ज़्यादा रोचक होने वाला है। सीरीज़ के हिसाब से भी और टेस्ट चैम्पियशिप के लिहाज़ से भी।