Ishant Sharma: वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप मेरे लिए वर्ल्ड कप से कम नहीं

गौतम गंभीर का मानना है कि भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप पर ध्यान देने की बजाय पिंक बॉल टेस्ट मैच पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए

Updated: Feb 22, 2021, 12:59 PM IST

Photo Courtesy : DNA India
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अहमदाबाद। भारत और इंग्लैंड के बीच जारी चार टेस्ट मैचों की श्रृंखला का तीसरा टेस्ट मैच अहमदाबाद के मोटेरा मैदान पर खेला जाना है। इस पूरी सीरीज़ में पिच के अलावा सबसे ज़्यादा चर्चा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप को लेकर हो रही है। भारतीय टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज़ गौतम गंभीर का मानना है कि भारतीय टीम को वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के बजाय केवल मैच पर अपना ध्यान केंद्रित करना चाहिए। लेकिन टेस्ट मैचों में तीन सौ विकेट लेने वाले गेंदबाज़ों के क्लब में शामिल होने वाले ईशांत शर्मा का कहना है कि वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप की अहमियत वर्ल्ड कप से कम नहीं है। 

ईशांत शर्मा ने कहा है कि उनका पूरा ध्यान इस सीरीज़ को जीतकर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में प्रवेश करने पर केंद्रित है। शर्मा ने कहा, 'मैं सिर्फ एक ही फॉर्मेट (टेस्ट फॉर्मेट) खेलता हूँ, लिहाज़ा वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप मेरे लिए वर्ल्ड कप जैसा ही है।' ईशांत शर्मा ने अपने करियर में 80 वनडे मैच खेले हैं जिसमें उन्होंने तीस की औसत से 115 विकेट चटकाए हैं। ईशांत शर्मा पिछले चार सालों से भारतीय टीम की ODI टीम से बाहर चल रहे हैं। ईशांत ने अपना आखिरी एकदिवसीय मैच 2016 में ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खेला था। ईशांत शर्मा ने कहा कि अगर हम वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप जीतते हैं तो इसे जीतने की ख़ुशी उतनी ही होगी जितना कि वर्ल्ड कप या चैंपियंस ट्रॉफी जीतने पर होती है। 

100 सिर्फ एक आंकड़ा है : ईशांत 
ईशांत शर्मा मोटेरा के मैदान में अपना 100 वां टेस्ट मैच खेलने जा रहे हैं। ईशांत शर्मा यह उपलब्धि हासिल करने वाले भारतीय टीम के इतिहास में 11 वें खिलाड़ी होंगे। लेकिन ईशांत का कहना है कि 100 उनके लिए महज़ एक आंकड़ा भर है। ईशांत ने कहा है कि जब तक उनकी गेंदबाज़ी में आक्रमकता रहेगी, तब तक वे अपना खेल जारी रखेंगे। अब तक 300 से ज़्यादा खिलाड़ियों ने भारतीय टीम का टेस्ट मैचों में प्रतिनिधित्व किया है। लेकिन अब तक 10 खिलाड़ी ही ऐसे हुए हैं जो अपने करियर में सौ से ज़्यादा टेस्ट मैच खेलने की उपलब्धि हासिल कर पाए हैं। सचिन तेंदुलकर ने सबसे ज़्यादा 200 टेस्ट मैच खेले हैं। सचिन के बाद राहुल द्रविड़ (164 मैच), वीवीएस लक्ष्मण (134 मैच), अनिल कुंबले (132), कपिल देव (131), सुनील गावस्कर (125), दिलीप वेंगसरकर (116), सौरव गांगुली (113), वीरेंद्र सहवाग (104) और हरभजन सिंह (103) सौ से अधिक टेस्ट मैच भारतीय टीम के लिए खेल चुके हैं।  

मैच के दिन पिच से घास गायब हो जाएगी : एंडरसन 
वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के मद्देनज़र इस सीरीज़ को काफी महत्वपूर्ण माना जा रहा है। भारतीय टीम को नूज़ीलेंड के खिलाफ अगर वर्ल्ड टेस्ट चैम्पयनशिप का फाइनल खेलना है तो उसे इंग्लैंड से यह सीरीज़ भर जीतनी है। लेकिन इंग्लैंड के लिए फाइनल में प्रवेश की चुनौती ज़्यादा कठिन है। इंग्लैंड को भारत से यह सीरीज़ 3-1 से जीतनी होगी, इसी स्थिति में भारतीय टीम टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुँच सकती है। ऐसे में इस सीरीज़ में पिचों को लेकर खासकर इंग्लैंड के क्रिकेट दिग्गज पिचों को लेकर कई सवाल खड़ा कर रहे हैं।

हालांकि मोटेरा की पिच पर तेज़ गेंदबाज़ों की मदद के लिए हल्की घास छोड़े जाने की खबर है, जिसकी पुष्टि इंग्लिश टीम के तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन भी कर रहे हैं। लेकिन उनका मानना है कि मैच के दिन पिच के ऊपर से घास को गायब कर दिया जाएगा। इंग्लिश टीम के तेज़ गेंदबाज़ जेम्स एंडरसन ने कहा है कि पिच पर घास है लेकिन मैं इस बात को लेकर आश्वस्त हूँ कि जब हम टेस्ट मैच खेलने मैदान पर उतरेंगे तब तक पिच से घास गायब हो चुकी होगी। 

लेकिन एंडरसन के ही साथी खिलाड़ी बेन स्टोक्स को भारत में खेलने को मिल रही पिचों से कोई शिकायत नहीं है। इंग्लिश ऑलराउंडर स्टोक्स का कहना है कि बतौर टेस्ट बल्लेबाज़ आपको हर परिस्थिति में खेलने के लिए तैयार रहना चाहिए। गैर भारतीय बल्लेबाज़ों के लिए भारतीय पिचें काफी चुनौती भरी होती हैं। बेन स्टोक्स ने कहा कि यह खेल का हिस्सा है, और हमें चुनौतियों का सामना करने में मज़ा आता है।