रतलाम की पहली पर्वतारोही बनीं रिद्धि माहेश्वरी, हिमालय की 13500 फीट ऊंची चोटी पर लहराया तिरंगा
रिद्धि ने माइनस 12 डिग्री तापमान में हिमालय की चंद्रशिला चोटी फतह की, अपनी टीम की अकेली महिला सदस्य थीं रिद्धी, योग में गोल्ड मेडल विजेता भी हैं

भोपाल। मध्यप्रदेश की एक और बेटी ने पर्वतारोहण के क्षेत्र में प्रदेश का नाम रोशन किया है। रतलाम की निवासी रिद्धि माहेश्वरी ने हिमालय की एक कठिन चोटी फतह करने में कामयाबी हासिल की है। रिद्धि ने खून जमा देने वाली सर्दी में मायनस 12 डिग्री तापमान में हिमालय का चंद्रशिला चोटी पर फतह हासिल की है। यह चोटी 13500 फीट की ऊंचाई पर है। यहां सर्दी का आलम ऐसा की जहां तक नजर जाए चारों ओर बर्फ ही बर्फ दिखाई देती है। ऐसी कठिन हालातों में मध्यप्रदेश की साहसी बेटी ने रिकॉर्ड बनाया है। चंद्रशिला चोटी पर तिरंगा फहराने वाली रिद्धि अपने दल की अकेली लड़की थीं जो चंद्रशिला की चोटी तक पहुंचने में कामयाब हुईं।
रिद्धि माहेश्वरी के पर्वतारोहण दल में 10 सदस्य थे। हिमालय की चंद्रशिला चोटी तुंगनाथ चोटी से भी ऊपर है। रिद्धि का कहना है कि जैसे-जैसे ऊंचाई और ठंड बढ़ती रही टीम से मेंबर्स संख्या कम होते रहे। आखिरकार जब टीम चंद्रशिला शिखर पर पहुंची तो रिद्धि अकेली लड़की थीं। इस सफर में रिद्धि ने हर चुनौती को मात देकर मुश्किल चढ़ाई पूरी करने में सफलता पाई।
रिद्धि के पिता सुनील माहेश्वरी और मां रेखा माहेश्वरी हैं। इनका परिवार रतलाम में रहता है। रिद्धि बचपन से योग करती रही हैं। उन्होंने कई प्रतिायोगिताओं में अवार्ड जीते हैं। रिद्धि ने योग में विश्व रिकॉर्ड बनाया है। वे साल 2021 में पतंजलि विश्वविद्यालय हरिद्वार से ग्रेजुएट हैं, योग विषय में गोल्ड मेडलिस्ट रहीं हैं। रिद्धि के साथ चंद्रशिला शिखर पर पहुंचने वाले अन्य लोगों में मुजफ्फर नगर के विवेक चौधरी, मुंबई के रवि रंजन सिंह और प्रथमेश पंवार के साथ जयपुर के अक्षत जाट भी शामिल थे।
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अब रिद्धि का लक्ष्य माउंट एवरेस्ट फतह करना है। इनसे पहले मध्यप्रदेश की दो अन्य पर्वतारोही मेघा परमार और भावना डेहरिया सबसे ऊंची चोटी फतह कर चुकी हैं। सीहोर की मेघा परमारने 22 मई 2019 को अपने दूसरे प्रयास में माउंट एवरेस्ट फतह की थी। वहीं छिंदवाड़ा की भावना डेहरिया एवरेस्ट का शिखर फतह करने वाली मप्र की दूसरी महिला बनीं थीं।