Coronavirus Alert Tone : एक सच्ची आवाज़ जो खतरे से रखती है आगाह

दस साल से वायस ओवर का काम कर रही जसलीन कहती हैं कि इससे पहले कभी उन्हें इतनी ज़िम्मेदारी का अहसास नहीं हुआ, जितना ड्रोन अलर्ट को सुनने के बाद हुआ

Publish: Jun 12, 2020, 06:37 AM IST

courtesy :  jagran English
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एक ऐसी आवाज़ जो हर फोनकॉल के साथ आपको जिन्दगी के खतरे से आगाह करती है और सावधान करती है कि आप कहीं अनजाने में बड़ी मुसीबत का शिकार ना हो जाएं। ऐसी ही एक आवाज़ आजकल आपको अपने फोन के कॉलर टोन के रूप में सुनाी पड़ती है- ये कहते हुए कि  'कोरोना वायरस' से आज पूरा देश लड़ रहा है, याद रहे हमें बीमारी से लड़ना है, बीमार से नहीं'। इस बेहतर आवाज़ की धनी मशीन नहीं बल्कि एक लड़की है, जिसका नाम है जसलीन भल्ला।

 जसलीन भल्ला, जो आजकल लोगों को जागरूक करने का काम कर रही हैं. वो पेशे से एक वॉइसओवर आर्टिस्ट हैं और कई विज्ञापनों में भी अपनी आवाज दें चुकी हैं। जसलीन ने अपने करियर की शुरुआत एक स्पोर्ट्स जर्नलिस्ट के रूप में की थी। हालांकि कुछ समय बाद वह वॉइस ओवर की दुनिया में आ गईं। जसलीन को वॉइस ओवर के क्षेत्र 10 साल से ज्यादा का अनुभव है. जसलीन ने बताया कि मेसेज रिकार्ड करने से पहले प्रोड्यूसर ने उन्हें टोन थोड़ा गंभीर और जिम्मेदारी भरा सा रखने के लिए कहा था .जसलीन

कई प्रसिद्ध विज्ञापनों को अगर आप गौर से सुनेंगे तो उसमें जसलीन की आवाज आसानी से पहचान जाएंगे. जसलीन ने एक टीवी इंटरव्यू में बताया कि कई बार लोग उनकी बात पर यकीन नहीं करते कि यह आवाज उन्हीं की है। ऐसे में लोग उनसे बोलकर दिखाने को कहते हैं। 
टाइम्स ऑफ इंडिया को दिए एक इंटरव्यू में जसलीन ने बताया कि पहली बार कॉलर ट्यून में अपनी आवाज सुनकर वो खुद चौंक गई थीं. जसलीन ने कहा कि उन्होंने इसे किसी प्रोडक्शन हाउस के लिए रिकॉर्ड किया था. उन्हें नहीं पता था कि इसका इस्तेमाल पब्लिक कैंपेनिंग के लिए होगा. मगर आज कॉलर ट्यून में अपनी आवाज सुनकर उन्हें गर्व महसूस होता है. 
जसलीन ने इसके अलावा स्पाइस जेट, दिल्ली मेट्रो और इंडिगो में भी अपनी आवाज दी है. मेट्रो के दरवाजे खुलते समय जो निर्देश आप सुनते हैं, दरवाजे दाईं ओर खुलेंगे वो आवाज भी जसलीन की है. जसलीन दिल्ली यूनिवर्सिटी के खालसा कॉलेज से इंग्लिश में ग्रेजुएट हैं. उन्होंने इस कॉलर ट्यून को पंजाबी और इंग्लिश में भी रिकार्ड किया है.