ऑनलाइन मिलेगा छत्तीसगढ़ का क्राफ्ट और हैंडलूम

Chhattisgarh Handicrafts: छत्तीसगढ़ की पारंपरिक कलाकृतियां, वस्त्र, सजावटी सामान ई कॉमर्स के जरिए बेचेगा ग्रामोद्योग विभाग

Updated: Sep 06, 2020, 11:01 AM IST

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार प्रदेश के ग्रामोद्योग को बढ़ावा देने के लिए लगातार प्रयास कर रही है। अब प्रदेश का ट्राइबल आर्ट और आकर्षक शिल्पकारी से सजे सामान आनलाइन बेचे जाएंगे। इसकी तैयारी शुरु हो गई है। सरकार आर्ट एंड क्राफ्ट के साथ यहां के हैंडलूम, घरेलू सजावटी, पारंपरिक बांस का सामान ई-कामर्स के जरिए ऑनलाइन उपलब्ध कराएगी। हैंडलूम के रेडीमेड ब्लाउज, कुर्ती, साड़ी के साथ तुंबा शिल्प के उत्पाद, बांस की ज्वैलरी आनलाइन सेल के लिए मौजूद होंगे। छत्तीसगढ़ के मैनपाट प्रसिद्ध कालीन और हैंडमेड साबुन भी ऑनलाइन बेचे जाएंगे।

प्रदेश के ग्रामोद्योग मंत्री गुरु रूद्रकुमार ने विभाग के अधिकारियों आदेश दिया है कि प्रदेश का आकर्षक शिल्प और किफायती घरेलू सजावटी सामान ऑनलाइन उपलब्ध कराया जाए।

प्रदेश के शिल्पियों, कारीगरों और बुनकरों को होगा लाभ

मंत्री ने शिल्पियों, कारीगरों और बुनकरों के उत्पादों की ऑनलाइन सेल सुनिश्चित करने के निर्देश दिए हैं। दरअसल बाजार में कोरोना की वजह से छाई मंदी और ई-कॉमर्स के प्रति लोगों के झुकाव के मद्देनजर इन उत्पादों को ऑनलाइन बेचा जा रहा है। विभाग का मानना है कि इससे प्रदेश से हजारों शिल्पियों, कारीगरों औऱ बुनकरों को अपना सामान बेचने के लिए एक अच्छा प्लेटफॉर्म मिलेगा। जिससे उनके जीवन में समृद्धि आएगी।  

यहां का शिल्प और हाथकरघा सामान लोगों की पसंद और मांग पर तैयार कर सस्ते में बेचा जाएगा। पिछले दिनों सस्ते रेट्स में कुछ सामान ऑनलाइन बिक्री के लिए रखा गया था। जिसके अच्छे रिजल्ट देखने को मिले हैं। बैठक में मंत्री ने जानकारी दी दी ऑनलाइन सेलर के तौर पर रजिस्ट्रेशन कराते ही कुछ दिनों में ही 75 हजार रुपए से अधिक के डेकोरेटिव आइटम्स की सेल हो गई।

फिलहाल बेलमेटल, ब्रास, लौह शिल्प और हाथकरघा की साड़ियां, तौलिया, चादर का कलेक्शन कर लिया गया है। ऑनलाइन बिक्री के लिए इन सब की फोटो तैयार कर ली गई हैं। डिमांड आने पर उन्हे पैक करके भेजा जाएगा। ऑनलाइन बिक्री के लिए रोज नए उत्पाद डाले जा रहे हैं। सरकार को उम्मीद है कि इससे कारीगरों को लाभ मिलेगा।