Ajit Jogi : जल्द आएगी ऑटोबायोग्राफ़ी
Chhattisgarh : निधन के चंद महीने पहले बोलकर लिखवाई थी अपनी जीवनी , पत्नी कर रही प्रूफ रीडिंग

छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री अजीत जोगी की ऑटोबायोग्राफ़ी जल्द आ रही है। उन्होंने अपने निधन से दो हफ्ते पहले ही अपनी ऑटोबायोग्राफ़ी बोलकर यानी डिक्टेशन के माध्यम से लिखवायी थी। इनदिनों उनकी पत्नी रेणु जोगी पति की लिखवायी बायोग्राफ़ी की प्रूफ़ रीडिंग कर रहीं हैं। जल्द ही यह एक किताब के रूप में प्रिंट के लिए दी जानेवाली है। फिलहाल पब्लिशिंग हाउसेज से इसके बारे में बात चल रही है। इस किताब को लेकर जोगी परिवार और जोगी समर्थक काफी उत्साहित हैं।
इस किताब में अविभाजित मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री रहते हुए दिग्विजय सिंह के साथ अजीत जोगी के संबंध और उनके मुख्यमंत्री बनने की पूरी कहानी इसमें विस्तार से लिखी गई है। दिग्विजय सिंह को अजीत जोगी के बेटे अमित जोगी ने बताया कि उन्होंने अपने निधन से दो हफ्ते पहले ही कोरोना काल के खाली वक्त में लिखवाया था। अमित जोगी ने दिग्विजय सिंह को यह भी बताया कि उनके और जोगी के संबंधों और उनके मुख्यमंत्री बनने के घटनाक्रम का भी इसमें उल्लेख किया गया है।
29 मई 2020 को दुनिया को अलविदा कहने वाले सर्वप्रिय नेता अजीत जोगी का जन्म 29 अप्रैल 1946 को बिलासपुर के पेंड्रा में हुआ था। अजीत प्रमोद कुमार जोगी दादाजी हिंदू धर्म के सतनामी समाज से ताल्लुक रखते थे। आगे चलकर उन्होंने ईसाई धर्म अपना लिया था।
अजीत जोगी ने भोपाल के मौलाना आजाद कॉलेज ऑफ टेक्नोलॉजी से मकैनिकल इंजीनियरिंग की पढ़ाई की और साल 1968 में यहां से गोल्ड मेडलिस्ट रहे। इंजीनियरिंग के बाद वे IPS बने और उसके दो साल बाद उन्होंने IAS की परीक्षा पास की। अजीत जोगी सीधी और शहडोल में लंबे समय तक कलेक्टर भी थे।
छत्तीसगढ़ के गठन के बाद अजीत जोगी को प्रदेश का पहला मुख्यमंत्री होने का गौरव प्राप्त है। वह पहले आदिवासी मुख्यमंत्री थे। अजीत जोगी मध्य प्रदेश के तत्कालीन मुख्यमंत्री अर्जुन सिंह के कहने पर राजनीति में आए थे। उन्होंने राजीव गांधी के कार्यकाल में कांग्रेस की सदस्यता ली थी। कांग्रेस ज्वॉइन करने के बाद गांधी परिवार से उनकी नजदीकियां बढ़ गई थीं।
अजीत जोगी कांग्रेस की ऑल इंडिया कमेटी फॉर वेलफेयर ऑफ शेड्यूल्ड कास्ट एंड ट्राइब्स के सदस्य भी रहे। वहीं कांग्रेस के कार्यकाल में उन्हे राज्यसभा भी भेजा गया। अजीत जोगी ने कांग्रेस से अलग होकर 23 जून 2016 को अपनी नई पार्टी छत्तीसगढ़ जनता कांग्रेस बना ली थी।
अजीत जोगी भले ही किसी दल में रहे हों लेकिन जनता के साथ-साथ विरोधियों के दिल में भी उनके लिए हमेशा सम्मान का भाव रहा। अब उनके चाहने वालों को अजीत जोगी की आटोबायग्राफी का बेसब्री से इंतजार है।