Budget 2023: संसद में आज पेश होगा केंद्रीय बजट, वित्तमंत्री के पिटारे से आम लोगों को टैक्स में छूट की उम्मीद

Union Budget 2023: आने वाले वित्तीय वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था के 6 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत के दायरे में बढ़ने की उम्मीद है। पिछले दो केंद्रीय बजटों की तरह, केंद्रीय बजट 2023-24 भी कागज रहित रूप में दिया जाएगा।

Updated: Feb 01, 2023, 03:33 AM IST

नई दिल्ली। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज संसद में 2023-24 का केंद्रीय बजट पेश करेंगी। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट है। ऐसे में इस साल का बजट बहुत मायने रखता है क्योंकि देश में अप्रैल-मई 2024 में अगला लोकसभा चुनाव होना है। इस बार के बजट में वित्तमंत्री के पिटारे से आम लोगों को टैक्स में छूट की उम्मीदें हैं।

केंद्रीय वित्त राज्य मंत्री पंकज चौधरी ने कहा कि समाज के सभी वर्गों की उम्मीदों वाला बजट होगा। उन्होंने कहा कि आज पेश होने वाला आम बजट सबकी उम्मीदों पर खरा उतरेगा। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण आज सुबह 11 बजे से संसद में वित्त वर्ष 2023-24 के लिए बजट पेश करेंगी। रेल बजट भी इसी में शामिल होगा। बता दें कि साल 2017 से पहले भारतीय रेलवे के लिए अलग से रेल बजट पेश होता था। मोदी सरकार के पहले कार्यकाल में तत्कालीन वित्त मंत्री अरुण जेटली ने 92 साल पुरानी प्रथा को खत्म करते हुए साल 2017 से रेलवे बजट की घोषणाएं भी आम बजट में ही करना शुरू कर दिया था।

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नौकरीपेशा वर्ग को इस बार के बजट से सबसे अधिक उम्मीदें हैं। माना जा रहा है कि केंद्र सरकार इस बार के बजट में इनकम टैक्स स्लैब में बदलाव कर सकती है। आवश्यक वस्तुओं और ईंधन की कीमतों में वृद्धि से मध्यम वर्ग सबसे अधिक प्रभावित हुआ है। इसलिए उन्हें सरकार से इस बार काफी उम्मीदें हैं। कोविड-19 महामारी के कारण मंदी के दौर का सामना करने के बाद रियल एस्टेट सेक्टर भी वापस उछाल बनाने में कामयाब रहा है। रियल स्टेट सेक्टर बजट से उम्मीदों में करों में छूट, स्टांप शुल्क में कमी, सीमेंट और स्टील जैसे कच्चे माल पर जीएसटी में कमी इत्यादि शामिल है।

संसद का बजट सत्र मंगलवार को राष्ट्रपति के अभिभाषण के साथ शुरू हुआ। केंद्रीय वित्त मंत्री निर्मला सीतारमण ने मंगलवार को वित्त वर्ष 2022-23 के लिए आर्थिक सर्वेक्षण पेश किया। आर्थिक सर्वेक्षण में कहा गया है कि कोविड महामारी से भारत का आर्थिक सुधार पूरा हो गया है और आने वाले वित्तीय वर्ष 2023-24 में अर्थव्यवस्था के 6 प्रतिशत से 6.8 प्रतिशत के दायरे में बढ़ने की उम्मीद है। इस साल के बजट सत्र में 6 अप्रैल तक 27 बैठकें होने जा रही हैं, जिसमें बजट कागजात की जांच के लिए एक महीने का अवकाश होगा। सत्र का पहला भाग 13 फरवरी को समाप्त होगा। बजट सत्र के दूसरे भाग के लिए संसद 12 मार्च को फिर से शुरू होगी और 6 अप्रैल को समाप्त होगी।