सात महीने में साढ़े 11 हज़ार रुपए सस्ता हुआ सोना

नए साल के शुरुआती दो महीनों में 11 फीसदी सस्ता हुआ सोना, चांदी के तीखे तेवर बरकरार, 5 फीसदी इंपोर्ट ड्यूटी कम होने औऱ विश्व बाजार में दामों में गिरावट का मिल रहा फायदा

Updated: Mar 03, 2021, 01:01 PM IST

Photo Courtesy: Latestly
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दिल्ली। अगर आप सोना खरीदने का मन बना रहे हैं, तो यह सही वक्त है। भारत में सोने की कीमतों में रिकॉर्ड गिरावट आ चुकी है। पिछले सात महीने में सोने की कीमतें करीब साढ़े 11 हजार रुपए तक गिर गई हैं। वहीं साल 2021 के पहले दो महीनों में ही सोने के दाम में 11 प्रतिशत की कमी आई है। जनवरी-फरवरी 2021 के दौरान ही सोना 5,540 रुपये सस्ता हुआ है। अगस्त 2020 में 56,200 रुपये प्रति 10 ग्राम की दर से मिलने वाला सोना अब लगभग 11,000 रुपये कम में मिल रहा है। सोने का दाम अभी 45,500 रुपये प्रति 10 ग्राम पहुंच गया।

एक तरफ जहां सोना सस्ता हो रहा है, वहीं घरेलू बाजार में चांदी के तेवर बरकरार है। नए साल के पहले दो महीनों में चांदी के दाम करीब 2260 रुपये बढ़े हैं। एक जनवरी 2021 को चांदी का भाव 66,950 रुपये किलो था, जो अब अब 67,073 रुपये प्रति किलो तक पहुंच चुका है।

इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स असोसिएशन लिमिटेड के अनुसार 3 मार्च को 24 कैरेट 45,510 प्रति 10 ग्राम, 22 कैरेट 43,960,18 कैरेट 36,410 और 14 कैरेट गोल्ड 30,260 प्रति दस ग्राम हैं। सोना सस्ता होने के दो मुख्य कारण हैं, पहला इंटरनेशनल मार्केट में गोल्ड 1,719 अमेरिकी डॉलर प्रति औंस बिक रहा है। फिलहाल सोना 1,750 डॉलर प्रति औंस के स्तर से सस्ता हो गया है।

केंद्र सरकार ने गोल्ड और सिल्वर पर इंपोर्ट ड्यूटी पांच प्रतिशत कम कर दी है। मौजूदा समय में गोल्ड-सिल्वर पर साढ़े 12 प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगती है।जिसमें पांच प्रतिशत कम करने के बाद केवल साढ़े सात प्रतिशत इंपोर्ट ड्यूटी लगेगी। जानकारों की मानें तो जब भी अर्थव्यवस्था में अनिश्चितता के हालात बनते हैं, दुनियाभर के इंवेस्टर्स गोल्ड में ज्यादा निवेश करने लगते हैं। ऐसा इसलिए क्योंकि सोना एक सुरक्षित निवेश माना जाता है। यही वजह है कि दुनिया भर में आर्थिक मंदी और कोरोना महामारी के दौरान गोल्ड में निवेश खूब बढ़ा था।