पंजाब में फसल के उचित दाम न मिलने से किसान परेशान, एक रुपए से कम में बिक रही शिमला मिर्च

15-17 किलोग्राम की शिमला मिर्च के एक बैग पर किसानों को महज़ पंद्रह रुपए मिल रहे हैं

Publish: Apr 20, 2023, 10:08 AM IST

चंडीगढ़। पंजाब में किसान फसल के उचित दाम न मिलने से परेशान हैं। शिमला मिर्च के किसानों को अपनी फसल पर प्रति किलो एक रुपए से भी कम मिल रहे हैं। ऐसे में बुधवार को मनसा ज़िले में किसानों ने शिमला मिर्च को रोड पर फेंक देना ही उचित समझा। 

मनसा ज़िले के एक किसान ने अंग्रेजी के एक प्रमुख अखबार को बताया कि पंजाब के मुख्यमंत्री भगवंत मान की अपील के बाद कई नए किसानों ने अपनी भूमि के एक हिस्से पर शिमला मिर्च की फसल लगाई लेकिन शिमला मिर्च के जो दाम हमें मिल रहे हैं उसे देखकर हम स्तब्ध हैं। 

गोरा सिंह ने मनसा ज़िले में पांच एकड़ की भूमि पर शिमला मिर्च की खेती की थी। गोरा सिंह ने बताया कि इस बार सीज़न की शुरुआत में ही दाम गिर गए हैं। हम व्यापारियों को 15-17 किलो के बैग में शिमला मिर्च देते हैं। लेकिन इसके बदले हमें सिर्फ़ प्रति बैग पंद्रह रुपए ही मिल रहे हैं। 

पंजाब में तीन लाख हेक्टेयर से अधिक की भूमि पर सब्ज़ी उगाई जाती है। शिमला मिर्च की अधिकांश खेती मनसा, संगरूर और फिरोजपुर ज़िले में होती है। तीनों जिलों को मिलाकर क़रीब पंद्रह सौ हेक्टेयर पर शिमला मिर्च की खेती जाती है।

शिमला मिर्च के किसानों की दयनीय स्थिति को लेकर इस बार अधिक सर्दी पड़ना भी एक प्रमुख कारण माना जा रहा है। सर्दी अधिक पड़ने के कारण अलग राज्यों में भी शिमला मिर्च की काफ़ी उपज हुई। अमूमन पंजाब में मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र से शिमला मिर्च जनवरी फरवरी के महीने में आती थी। जबकि पंजाब में मार्च के अंत और अप्रैल की शुरुआत में शिमला मिर्च बाजार में आती थी। लेकिन इस बार स्थिति दूसरी है। बाज़ार में शिमला मिर्च के ही कई विकल्प मौजूद हैं।

हालांकि किसान गोरा सिंह जोकि पंजाब किसान यूनियन के भी सदस्य हैं, उनके मुताबिक कोरोना काल में भी किसानों को ऐसी समस्या का सामना नहीं करना पड़ा था। लॉकडाउन के चलते शादी विवाह के कार्यक्रम सीमित थे, होटल रेस्टोरेंट बंद थे। लेकिन इसके बाद भी शिमला मिर्च के किसानों को प्रति किलो 10-15 रुपए मिले थे।