बेमौसम बारिश से सोयाबीन की फसल को भारी नुकसान, सर्वे कराकर मुआवजा देने की मांग

भोपाल के बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के करीब 100 गांव में सोयाबीन की फसल अतिवृष्टि की वजह से बर्बाद हो गई है। कई जगह तो अभी भी खेतों में पानी भरा है। इससे सोयाबीन के दाने फिर से अंकुरित होने लगे हैं।

Updated: Oct 04, 2024, 12:40 PM IST

भोपाल। मध्य प्रदेश में सोयाबीन उत्पादक किसान MSP 6 हजार रुपए करने की मांग को लेकर आंदोलित हैं। साथ ही प्रदेश के किसान सोयाबीन फसल खराब होने से चिंतित हैं। अतिवृष्टि और येलो मोजेक वायरस से फसल को काफी नुकसान पहुंचा है। किसान शीघ्र सर्वे कराकर मुआवजा देने की भी मांग कर रहे हैं।

भोपाल के बैरसिया विधानसभा क्षेत्र के करीब 100 गांव में सोयाबीन की फसल अतिवृष्टि की वजह से बर्बाद हो गई है। कई जगह तो अभी भी खेतों में पानी भरा है। इससे सोयाबीन के दाने फिर से अंकुरित होने लगे हैं। ऐसे में जनप्रतिनिधि खेतों में उतरकर सर्वे की मांग कर रहे हैं। विधायक विष्णु खत्री, जिपं सदस्य विनय मेहर ने कलेक्टर को सर्वे कराने के लिए पत्र लिखे हैं। 

भाजपा विधायक विष्णु खत्री ने बताया कि उनकी बैरसिया विधानसभा के करीब 100 गांव में अतिवृष्टि की वजह से फसल के खराब होने जानकारी मिली है। किसान लगातार सर्वे कराए जाने की बात कह रहे हैं। इसलिए कलेक्टर कौशलेंद्र विक्रम सिंह को पत्र लिखा है। ताकि, अतिवृष्टि से प्रभावित फसलों का किसानों को मुआवजा मिल सके।

वहीं, जिला पंचायत सदस्य विनय मेहर ने कहा कि बैरसिया में अच्छी बारिश हुई है। इस वजह से सोयाबीन की फसल अतिवृष्टि की चपेट में आ गई। अभी भी सैकड़ों खेतों में पानी भरा है। इससे फसल 70% तक बर्बाद हो गई है। दाना अंकुरित हो गया है। जिसकी कीमत किसान को नहीं मिलेगी।

मेहर के अनुसार, जब खेतों में जाकर देखा तो कई खेतों में पानी भरा मिला। इस कारण किसान फसल की कटाई नहीं कर सके। यह फसल गल गई है। फसलों के सर्वे कराने जाने की मांग को लेकर गुरुवार को बैरसिया एसडीएम ऑफिस में बड़ी संख्या में किसान पहुंचे और उन्होंने सर्वे कराने की मांग की।

उधर, खंडवा जिले में किसानों ने सरकार और कृषि मंत्री शिवराज सिंह के खिलाफ प्रदर्शन किया और फसल को हुए नुकसान की भरपाई के लिए मुआवजे की मांग की। किसानों ने कहा कि अतिवृष्टि से खराब हुई फसल पर कोई ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लगातार बारिश के कारण खेतों में सोयाबीन की फसल खरपतवार से घिर गई है। सोयाबीन खेत में सड़ रही है, जिसकी वजह से हालत बहुत खराब हो गई है। इस संबंध में सर्वे कराया जाना चाहिए और मुआवजे की व्यवस्था भी की जानी चाहिए। अगर सरकार अभी भी नहीं मानेगी, तो अंजाम बहुत बुरा होगा।