उज्जैन: बारिश से खराब हुई फसल, खेत में ही किसान की हार्ट अटैक से मौत

खेत में फसल नुकसान का सर्वे करने पहुंची टीम के सामने ही किसान को आया हार्ट अटैक। मौके पर ही हुई मौत।

Updated: Feb 07, 2023, 07:20 AM IST

उज्जैन। मध्य प्रदेश में बीते दिनों हुई बेमौसम बारिश ने खेतों में लगी फसल को काफी नुकसान पहुंचाया है। मावठा व तेज हवा के कारण नष्ट हुई फसलों को लेकर राज्य के किसान चिंतित हैं। फसल नष्ट होने से परेशान एक किसान की हार्ट अटैक से मौत हो गई। बताया जा रहा है कि खेत में फसल नुकसान का सर्वे करने पहुंची टीम के सामने ही किसान को हार्ट अटैक आया और मौके पर ही उसकी मौत हो गई।

जानकारी के मुताबिक ग्राम नजरपुर में 29 जनवरी की रात को गिरे मावठे व तेज हवा के कारण सैकड़ों किसानों की गेहूं की फसलें आड़ी पड़ नष्ट हो गई थी। 5 फरवरी को गांव में फसल बीमा कंपनी एवं कृषि विभाग के अधिकारी जनप्रतिनिधियों के साथ नष्ट हुई फसलों का सर्वे करने पहुंचे थे। सर्वे दल जब किसान सुमेर सिंह राजपूत के खेत पर मुआवना कर रहा था उसी दौरान अपनी गेहूं की नष्ट हुई फसल अधिकारियों को दिखाते समय कृषक के सीने में एकाएक तेज दर्द हुआ और वह लड़खड़ाकर गिर पड़े।

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सर्वे दल के लोग व अन्य ग्रामीण जबतक कुछ समझ पाते उसके पूर्व ही युवा किसान की हार्टअटैक से मौत हो गई। किसान की मौत की खबर सुनते ही सारे गांव में मातम छा गया। ग्रामीणों का कहना है कि फसल खराब होने से सुमेरसिंह चिंतित था। पूर्व सरपंच मदन लाल गुजराती ने बताया कि प्राकृतिक रूप से नष्ट हुई फसलों से प्रभावित अन्य किसान भी सदमे में जी रहे हैं और वह अपने खेत पर भी जाने की हिम्मत नहीं कर पा रहे हैं।  

पूर्व सरपंच व अन्य जनप्रतिनिधियों ने शासन प्रशासन से मांग की है कि प्राकृतिक प्रकोप से नष्ट हुई फसलों के पीड़ित किसानों के बिजली बिल एवं बैंक कर्ज माफ किया जाए तथा फसल बीमा राशि अविलंब दिलाई जाए।