सीने की जलन को झट से दूर करने के लिए अपनाए ये सुपर फूड्स, बर्निंग से मिलेगी निजात

सीने में जलन कई और वजहों से हो सकती हैं, लेकिन अक्सर एसिडिटी और गैस बनना भी इसका एक कारण हो सकता है।

Updated: Dec 05, 2023, 01:56 PM IST

बहुत से लोग कभी-कभी हार्ट बर्न या एसिड रिफ्लक्स से परेशान रहते हैं। हार्ट बर्न पेट के एसिड का अन्नप्रणाली में जाने के कारण होता है। हालांकि कुछ ऐसे फूड्स हैं जो हार्ट बर्न को कम करने, राहत देने और मदद करने के लिए जाने जाते हैं। अगर आप हफ्ते में दो बार से ज्यादा एसिड रिफ्लक्स का अनुभव करते हैं, तो आपको जीईआरडी हो सकती है। हालांकि सीने में जलन कई और वजहों से भी हो सकती हैं, लेकिन अक्सर एसिडिटी और गैस बनना भी इसका एक कारण हो सकता है। एसिड रिफ्लक्स एक आम समस्या है, जो जलन और दर्द का कारण बनती है। यह समस्या तब होती है, जब पेट की एसिड सामग्री ग्रासनली में प्रवाहित होकर गुलाल में चली जाती है। इसे हीटबर्न के रूप में भी जाना जाता है।

मोटापा, स्मोकिंग, उल्टी-सीधी चीजें खाना, बहुत अधिक कैफीन का सेवन, फिजिकल एक्टिविटी की कमी और कुछ दवाएं इस स्थिति को बढ़ा सकती हैं। इस समस्या के लिए मेडिकल में कई तरह के उपचार हैं लेकिन आप कुछ घरेलू उपायों का भी इस्तेमाल कर सकते हैं।

एसिड रिफ्लक्स के लिए घरेलू उपचार में से एक है प्रोबायोटिक्स का सेवन करना। प्रोबायोटिक्स हेल्दी बैक्टीरिया से भरे होते हैं, जो आपके पेट के स्वास्थ्य के लिए बेहद फायदेमंद होते हैं। डिटॉक्सप्री की फाउंडर एंड होलिस्टिक नूट्रिशनिस्ट प्रियांशी भटनागर बता रही हैं कि प्रोबायोटिक्स के सेवन से एसिड रिफ्लक्स की समस्या से कैसे राहत मिल सकती है।

साबुत अनाज

अन्य अनाजों की तुलना में साबुत अनाज फाइबर, बी विटामिन, आयरन, फोलेट, सेलेनियम, पोटेशियम, मैग्नीशियम और अन्य जरूरी पोषक तत्वों के बेहतर स्रोत हैं. फाइबर की मात्रा पेट के एसिड को एब्जॉर्ब करने में मदद कर सकती है।

अदरक

अदरक में औषधीय गुण और जलनरोधी गुण होते हैं जो इसे सबसे अच्छे पाचन सहायकों में से एक बनाते हैं. एसिड का लो लेवल गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल ट्रैक्ट में जलन को कम करता है. पाचन संबंधी समस्याओं के लिए अदरक का उपयोग फायदेमंद माना जाता है।

फल और सब्जियां

लगभग सभी फल और सब्जियां पेट के एसिड को कम करती हैं. जड़ वाली सब्जियां और हरी सब्जियां फाइबर से भरपूर होती हैं. रेशेदार फूड्स आपको भरा हुआ महसूस कराते हैं, जिससे हम बहुत ज्यादा खाने से बचते हैं और हार्ट बर्न से बचे रहते हैं।

नारियल पानी

नारियल पानी बॉडी में पोटेशियम जैसे इलेक्ट्रोलाइट्स की पूर्ति करने का एक बेहतरीन सोर्स है। पोटेशियम के चलते इसकी मदद से शरीर को आसानी से डिटॉक्स किया जा सकता है। साथ ही ये शरीर से सोडियम को बाहर निकालने में भी मददगार साबित होता है। नारियल पानी में आयरन और विटामिन के प्रचुर मात्रा में पाया जाता है। जलन के समय नारियल पानी पीने से जल्द आराम मिलता है। दरअसल, इसके सेवन से शरीर में पीएच का लेवल नियमित रहता है। इसे आप दिन में दो बार पी सकते है। इसे पीने से लंबे वक्त तक भूख नहीं लगती है।

हल्दी

रिसर्चगेट की एक स्टडी के मुताबिक एसिड रिफ्लक्स और गैस्ट्रोओसोफेगल रिफ्लक्स रोग का कारण ज्याद तनाव और सूजन भी हो सकता है।एंटी आक्सीडेंटस और एंटी सेप्टिक गुणों से भरपूर हल्दी पाचन संबधी समस्याओं का एक बेहतरीन उपाय है। इसमें मौजूद करक्यूमिन हमें जलन दूर करता है। ऐसे में जलन से निकलने के लिए एक गिलास पानी में आधा चम्मच हल्दी मिलाकर पीएं।इससे जल्द राहत मिल जाती है।

शहद

विटामिन्स और एमिनो एसिड से भरपूर शहद की नेचुरल मिठास गले की जलन को दूर करने का काम करती है। आप चाहें, तो आधा गिलास पानी में शहद और नींबू मिलाकर पी सकते हैं। इसके अलावा एक आधा चम्मच शहद खाने से इस समस्या से तुरंत राहत मिल जाती है। शहद को हमेशा धीरे धीरे खाएं। अन्यथा इसके गले में चिपकने की संभावना बनी रहती है।