स्वाद और सेहत से भरपूर है गाजर चुकंदर की कांजी, वेट लॉस के साथ इम्यूनिटी भी करती है बूस्ट

काले गाजर और चुकंदर से बनी कांजी धूप में होती है तैयार, पेट और त्वचा रोगों का है रामबाण इलाज, मेटाबॉलिज्म बढ़ाती है, त्वचा और पेट को रोगों से दिलाती है मुक्ति

Updated: Nov 22, 2021, 11:36 AM IST

Photo Courtesy: Instagram
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कहा जाता है सेहत हजार नियामत होती है। लोग सेहतमंद रहने के लिए तरह-तरह के जतन करते हैं। इम्युनिटी बढ़ाने को लेकर काफी ध्यान दिया है। हर मौसम के हिसाब से हमारा खान पान भी बदल जाता है। इनदिनों गाजर और चुकंदर की बहार है, ऐसे में इनसे बनी कांजी का सेवन किया जाता है। यह एक सुपरफूड्स की तरह काम करता है। इससे पेट में गुड बैक्टीरिया बढ़ते हैं, जिससे पेट अच्छा रहता है, गाजर और चुकंदर से बनी रेसेपी खून में हीमोग्लोबीन का स्तर बढ़ाती है। सर्दी के मौसम पीया जाने वाला कांजी एक फर्मेन्टड ड्रिंक है, यह बेदह स्वादिष्ट और स्वास्थ लाभों से भरपूर होती है। 

गाजर-चुकंदर की कांजी बनाने के लिए सामग्री

गाजर-चुकंदर कांजी बनाने के लिए 1 कटोरी गाजर लंबे कटे हुए गाजर, 1/2 कटोरी चुकंदर लंबा कटा हुआ, 2 बड़े चम्मच बारीक पीसी राई, 1/4 चम्मच हींग, एक चुटकी काला नमक, सादा नमक स्वादानुसार, 1/2 चम्मच लाल मिर्च पाउडर, एक कांच की बोतल और एक लीटर पानी

कांजी बनाने की विधि

गाजर चुकंदर की कांजी बनाने के लिए गाजर चुकंदर को साफ करके उनके पीस काट लें। फिर इसे मिक्सी में पीसकर पेस्ट बना लें, फिर इसी मिक्सी के पॉट में सारे मसाले डालकर चला लें। अब इस पेस्ट को कांच के बॉटल में डालें, फिर पानी से फुल कर दें। इस कांच की शीशी को 3-4 दिन तक धूप में रखे रहने दें फिर इसे फ्रिज में स्टोर करके रखें और जब चाहें तब इस स्वादिष्ट और पोषण से भरपूर कांजी का आनंद लें।

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कांजी में लाल की जगह काली गाजर ज्यादा लाभदायक होती है। रोजाना सुबह आधा कप कांजी नियमित रुप से पीने से आपको कई फायदे मिलेंगे। इससे पाचन बेहतर होता है। हमारे खाने में फर्मेन्टेड चीजों को काफी तरजीह दी जाती है। बात चाहे दही की हो या फिर इस जैसे अन्य प्रोबायोटिक बैक्टीरिया वाले आहार की। गुड बैक्टीरिया हमारी सेहत में काफी महत्वपूर्ण भूमिका अदा करते हैं। इसे पीने से पेट की ब्लोटिंग, खांसी, जोड़ों में दर्द और कमजोरी, मोटापा, अपच जैसी कई तरह की हेल्थ प्रॉब्लम्स ठीक होती हैं।

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वहीं ठंड के मौसम में सूरज की किरणों से पकने वाली यह रेसेपी और ज्यादा सेहतमंद हो जाती है। इसमें उपयोग किए जाने वाले मसाले हींग और काले नमक राई से होने वाले खट्टे स्वाद को बैलेंस करते हैं। यह कांजी इम्यूनिटी बूस्ट करती है। पुराने दस्त, कब्ज ,गैस पेट में ऐंठन के साथ-साथ सर्दी और फ्लू में भी कारगर है।