ट्विटर पर ब्लू टिक के लिए हर महीने देने होंगे 8 डॉलर, एलन मस्क ने ट्वीट कर दी जानकारी

ट्विटर की खरीद के बाद टेस्ला के सीईओ एलन मस्क लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को ट्विटर पर वैरिफाइड एकाउंट्स के लिए फीस तय कर दी है।

Updated: Nov 02, 2022, 03:43 AM IST

कैलिफोर्निया। ट्विटर को खरीदने के बाद टेस्ला के मालिक एलन मस्क लगातार बड़े फैसले ले रहे हैं। इसी क्रम में उन्होंने मंगलवार को ट्विटर पर वेरिफाइड एकाउंट्स के लिए फीस तय कर दी है। मस्क ने इसकी जानकारी सिलसिलेवार ट्वीट से दी है। मस्क ने ट्वीट में कहा कि ब्लू टिक के लिए यूजर्स को 8 डॉलर फीस के तौर पर देनी होगी।हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट रूप से बताया है कि फीस हर देश में अलग-अलग होगी।

एलन मस्क ने अपने सिलसिलेवार ट्वीट में लिखा है कि, 'ट्विटर पर ब्लू टिक किसके पास होगा, किसके पास नहीं, इसका जो ये मौजूदा किसान और ज़मीनदार वाला सिस्टम है, ये बकवास है। लोगों के हाथ में ताक़त मिले। ब्लू टिक मिलेगा 8 डॉलर में।' भारतीय रुपए के हिसाब से देखा जाए तो यूजर्स को ब्लू टिक के लिए प्रति माह करीब 660 रुपए देने होंगे। हालांकि उन्होंने यह भी स्पष्ट किया है कि फीस हर देश में अलग-अलग होगी। ब्‍लू टिक का चार्ज संबंधित देश की क्रय शक्ति क्षमता के अनुसार होगी।

ब्लू टिक के फायदे गिनाते हुए मस्‍क ने ट्वीट में लिखा, इसे आपको रिप्‍लाई, मेंशन और सर्च में प्राथमिकता हासिल होगी जो कि बेहद जरूरी है। यही नहीं, आप लंबे वीडियो और ऑडियो भी पोस्‍ट कर सकेंगे। मस्‍क ने ट्वीट में लिखा है कि इससे आपको रिप्‍लाई, मेंशन और सर्च में प्राथमिकता हासिल होगी जो कि बेहद जरूरी है। यही नहीं, आप लंबे वीडियो और ऑडियो भी पोस्‍ट कर सकेंगे। विज्ञापनों की संख्‍या भी सीमित हो जाएगी।

मस्क ने ये भी कहा है कि अगर पब्लिशर्स ट्विटर के साथ कॉन्ट्रैक्ट करते हैं तो ट्विटर ब्लू सब्सक्राइबर्स पेड आर्टिकल भी मुफ्त में पढ़ सकते हैं। एलन मस्क ने ट्वीट कर बताया है कि ब्लू सब्सक्रिप्शन के चलते ट्विटर का रेवेन्यू बढ़ेगा और कंटेंट क्रिएटर्स को रिवॉर्ड भी मिलेगा। 

इससे पहले सोमवार को एलन मस्क ने ट्विटर के निदेशक मंडल को भंग कर दिया है और खुद को बोर्ड का एकमात्र सदस्य बना लिया। वे ट्विटर (Twitter) के चीफ एक्ज़ीक्यूटिव ऑफिसर (CEO) के तौर पर काम करेंगे। इससे पहले उन्होंने ट्विटर का अधिग्रहण करते ही ट्विटर के पिछले सीईओ पराग अग्रवाल और वरिष्ठ अधिकारियों को नौकरी से निकाल दिया था।