मध्य प्रदेश में बारिश, बाढ़, बर्बादी, ग्वालियर-चंबल में 17 लोगों की मौत, 600 से ज्यादा लोगों का रेस्क्यू

ग्वालियर-चंबल भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दौरान 600 से ज्यादा लोगों को जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम के अलावा सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू कर बचाया।

Updated: Sep 13, 2024, 06:17 PM IST

ग्वालियर। मध्य प्रदेश में बीते दो दिनों से झमाझम बारिश का दौर जारी है। वहीं, ग्वालियर-चंबल संभाग के जिलों में ये बारिश जानलेवा साबित होती जा रही है। ग्वालियर-चंबल अंचल में दो दिन पानी ने कहर बरपाया। भारी बारिश और बाढ़ के कारण अब तक 17 लोगों की मौत हो चुकी है। इस दौरान 600 से ज्यादा लोगों को जिला प्रशासन, पुलिस, नगर निगम के अलावा सेना, एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के जवानों ने रेस्क्यू कर बचाया। 

गुरुवार-शुक्रवार रात 2 बजे के बाद उफनती नदियों में पानी अब उतरने लगा है। लोगों ने बताया कि मुरार की बेसली नदी को जो रूप गुरुवार को देखा, वैसा कभी नहीं देखा। हालांकि, खतरा अभी भी टला नहीं है। मौसम विभाग ने अगले चार दिनों तक बारिश का रेड अलर्ट जारी किया है।

उधर, जबलपुर में तीन दिन लगातार बारिश के कारण ऑर्डनेंस फैक्ट्री में पांच फीट तक पानी भर गया है। फैक्ट्री के चार सेक्शन में मशीनें डूब गई हैं। एक सेक्शन में 15 दिन के लिए काम बंद कर दिया है।

इधर, मुरैना के कैलारस में रपटा पार कर रही ट्रैक्टर-ट्रॉली बह गई। इसमें ड्राइवर तैरकर बाहर निकल गया। दो लोग लापता हैं। मुरैना से पहुंची एसडीईआरएफ की टीम रेस्क्यू में जुटी है।

मध्य प्रदेश में पिछले 24 घंटे के दौरान 15 जिलों में बारिश हुई। इनमें दमोह में सबसे ज्यादा सवा इंच पानी गिर गया। ग्वालियर, मलाजखंड और शिवपुरी में आधा इंच से अधिक बारिश हुई। भोपाल, बैतूल, गुना, नर्मदापुरम, पचमढ़ी, रायसेन, खजुराहो, मंडला, सागर, सतना, टीकमगढ़ समेत कई जिलों में भी बारिश हुई।