अफगानिस्तान छोड़कर भागे राष्ट्रपति अशरफ गनी, ताजिकिस्तान में लिया शरण

अशरफ गनी अफगानिस्तान छोड़ ताजिकिस्तान के लिए रवाना हो गए हैं, अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने इस बात की पुष्टि की है, वहीं HCNR के प्रमुख अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने भी गनी के देश छोड़ने की पुष्टि की है

Updated: Aug 16, 2021, 05:19 AM IST

Photo Courtesy: The Hindu
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नई दिल्ली। तालिबान के बढ़ते वर्चस्व के बीच अशरफ गनी ने अफगानिस्तान छोड़ दिया है। गनी अपनी कोर टीम के साथ ताजिकिस्तान के लिए रवाना हो गए हैं। टोलो न्यूज़ ने अशरफ गनी के देश छोड़ने की पुष्टि की है। वहीं अफगानिस्तान के आंतरिक मंत्रालय ने भी रॉयटर्स को गनी के देश छोड़ने की पुष्टि की है। 

HNCR(High Council For National Reconciliation) के प्रमुख अब्दुल्लाह अब्दुल्लाह ने अफगानी सेना से सुरक्षा मुहैया कराने में सहायता करने की अपील की है। उन्होंने काबुल में तालिबान के प्रवेश से पहले बातचीत करने के लिए थोड़ा समय भी मांगा है। अब्दुल्लाह ने अशरफ गनी को पूर्व राष्ट्रपति से संबोधित करते हुए गनी के अफगानिस्तान छोड़ने की पुष्टि की है। 

अफगानिस्तान का ज्यादातर हिस्सा अब तालिबान के कब्जे में है। तालिबान अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में प्रवेश कर चुका है। तालिबान धीरे धीरे काबुल को हथियाने की तरफ बढ़ रहा है। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक अली अहमद जलाली को अफगानिस्तान की अंतिम सरकार का मुखिया बनाया जा सकता है। अफगानी राष्ट्रपति अशरफ गनी के इस्तीफे और देश छोड़ने के बाद तालिबान को सत्ता हस्तांतरण करने की प्रक्रिया भी शुरू हो गई है।

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हालांकि स्पूतनिक न्यूज की एक रिपोर्ट के अनुसार अशरफ गनी ने तालिबान को सत्ता हस्तांतरित करने से पहले उसे राष्ट्रपति का उत्तराधिकारी बताने के लिए कहा है। गनी ने कहा है कि जब तक तालिबान राष्ट्रपति के उत्तराधिकारी के बारे में नहीं बताता तब तक तालिबान के हाथों में सत्ता नहीं सौंपी जा सकती।

इससे पहले रविवार को ही तालिबान के लड़ाके अफगानिस्तान की राजधानी काबुल के बाहरी इलाकों में दाखिल हो गए। तालिबान ने काबुल को न सिर्फ अब चारों तरफ से घेर लिया है बल्कि काबुल से बाहर जाने वाले सभी रास्तों को भी ब्लॉक कर दिया गया है। रिपोर्ट्स के मुताबिक तालिबान ने आम लोगों से अपील करते हुए कहा है कि वे उनके रास्ते में न आएं। सभी अपने अपने घरों में ही रहें।