दुनिया में वायरस फैलने से पहले चीन की लैब के शोधकर्ता हुए थे बीमार, वॉल स्ट्रीट जनरल का खुलासा

कोरोना वायरस की उत्पत्ति को लेकर अमेरिकी अखबार में बड़ा दावा किया गया है. अब एक बार फिर सवाल उठ रहा है कि क्या वुहान की लैब से ही दुनियाभर में कोरोना वायरस आया।

Updated: May 24, 2021, 11:31 AM IST

Photo courtesy: aaj tak
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दिल्ली। दुनियाभर में कोरोना महामारी से तबाही मची हुई है। कोरोना संक्रमण की शुरुआत को लेकर विवाद बना हुआ है। दुनिया चीन को जिम्मेदार मानती है, लेकिन चीन इससे इनकार करता है। इस बीच अब एक नई जानकारी सामने आई है, वुहान की लैब में कोरोना वायरस की शुरुआत बताई गई है, वुहान इंस्टीट्यूट ऑफ बायोलॉजी के तीन शोधकर्ता नवम्बर 2019 में बीमार हुए थे। तब उन्होंने अस्पताल में इलाज कराने के लिए मदद मांगी थी। 

वॉल स्ट्रीट जर्नल की एक रिपोर्ट के मुताबिक, विश्व स्वास्थ्य संगठन अब कोरोना के जन्म की जांच की ओर नया कदम बढ़ा रहा है, ऐसे में वुहान लैब के तीन स्टाफ के अस्पताल जाने की जानकारी आना जांच में मददगार बन सकती है।  रिपोर्ट में दावा किया गया है कि नवंबर 2019 में वुहान लैब की तीन कर्मचारी बीमार पड़ गए थे, उनमें कोरोना वायरस जैसे ही लक्षण थे, जिन्हें बाद में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। बता दें कि नवंबर 2019 के बाद ही दिसंबर-जनवरी के बीच दुनिया को कोरोना वायरस महामारी के बारे में पता चल पाया था। 

अमेरिकी अखबार ने दावा किया है कि डोनाल्ड ट्रंप प्रशासन के अंतिम दिनों में तैयार की गई एक रिपोर्ट में इन बातों का जिक्र किया गया है। हालांकि, इस रिपोर्ट पर अभी अमेरिकी सरकार ने कोई प्रतिक्रिया नही दी है, लेकिन साथ ही ये भी कहा है कि अमेरिका कोरोना की शुरुआत की जांच का समर्थन करता है, साथ ही चीन को इसके लिए जिम्मेदार मानता है। अखबार की रिपोर्ट के बाद चीन की ओर से चुप्पी साधी गई है, वाशिंगटन में स्थित चीनी दूतावास ने रिपोर्ट पर कोई टिप्पणी नहीं की है। चीन पहले भी कोरोना को लेकर सवालों को टालता आया है और खुद को बेकसूर बताता आया है।

ज्ञात हो कि विश्व स्वास्थ्य संगठन की एक टीम कोविड-19 के ओरिजन की जांच कर रही है, हालांकि चीन द्वारा वहां पाए गए शुरुआती मामलों की जानकारी देने से इनकार कर दिया गया था। कोविड-19 के शुरुआत को लेकर दुनिया में विवाद अभी तक जारी है, अमेरिका समेत दुनिया के कई बड़े देशों ने इसके लिए चीन को जिम्मेदार बताया है और दावा किया है कि वुहान की एक लैब में इसे तैयार किया गया।


अमेरिकी अखबार में ये दावा ऐसे समय मे किया गया है जब दुनियाभर में जारी कोरोना के कहर के बीच जिनेवा में आज से वर्ल्ड हेल्थ असेंबली की अहम बैठक शुरू हो रही है। ये बैठक 1 जून तक चलेगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन की सबसे बड़ी निर्णायक संस्था की यह बैठक कोविड संकट खत्म करने के उपायों और भविष्य में ऐसी किसी महामारी के रोकथाम उपायों पर चर्चा करेगी।


इस बैठक में दुनिया के विभिन्न देशों के प्रतिनिधिमंडल, यूएन पर्यवेक्षक, सहयोगी सदस्यों, गैर सरकारी संगठनों के प्रतिनिधि भी शरीक होंगे। हालांकि मौजूदा कोविड संकट के मद्देनजर WHA की यह 74वीं बैठक वर्चुअल तरीके से ही होगी। विश्व स्वास्थ्य संगठन के कार्यकारी परिषद की अगुवाई इस समय भारत के पास है।