कैंसर के खिलाफ जंग में बड़ी खुशखबरी, रूस ने बना ली वैक्सीन, जल्द ही होगी लॉन्चिंग

कैंसर के मरीजों के लिए बड़ी खुशखबरी सामने आई है। रूस ने कैंसर को मात देने के लिए नई वैक्सीन खोज निकाली है।

Updated: Dec 18, 2024, 04:48 PM IST

आज पूरी दुनिया कैंसर जैसी गंभीर बीमारी से परेशान है। कैंसर को मात देना भी बेहद मुश्किल टास्क है। साथ ही कैंसर का इलाज भी काफी महंगा होता है। इनमें 50 प्रतिशत मामलों में मरीजों की मौत हो जाती है। खासकर स्टेज 3 कैंसर से लड़ना लगभग नामुमकिन होता है। ऐसे में कैंसर से जूझ रहे लोगों को रूस ने उम्मीद की नई किरण दे दी है। रूस ने कहा कि उसने एक कैंसर वैक्सीन बना ली है।

रूस के स्वास्थ्य मंत्रालय ने बताया कि हमने कैंसर की वैक्सीन बनाने में सफलता हासिल कर ली है। इसकी जानकारी रूसी स्वास्थ्य मंत्रालय के रेडियोलॉजी मेडिकल रिसर्च सेंटर के डायरेक्टर आंद्रेई कप्रीन ने रेडियो पर दी। रूसी न्यूज एजेंसी TASS के मुताबिक, इस वैक्सीन को अगले साल से रूस के नागरिकों को फ्री में लगाया जाएगा।

डायरेक्टर आंद्रेई ने बताया कि रूस ने कैंसर के खिलाफ अपनी mRNA वैक्सीन विकसित कर ली है। रूस की इस खोज को सदी की सबसे बड़ी खोज माना जा रहा है। वैक्सीन के क्लिनिकल ट्रायल से पता चला है कि इससे ट्यूमर के विकास को रोकने में मदद मिलती है। इससे पहले इस साल की शुरुआत में रूसी राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन ने बताया था कि रूस कैंसर की वैक्सीन बनाने के बेहद करीब है।

कैंसर के इलाज में यह वैक्सीन काफी कारगर साबित हो सकती है। ऐसे में दुनिया की नजरें अब इस वैक्सीन पर टिकीं हैं। बता दें कि भारत में 2022 में कैंसर के 14.13 लाख नए केस सामने आए थे। इनमें 7.22 लाख महिलाओं में, जबकि 6.91 लाख पुरुषों में कैंसर पाया गया। 2022 में 9.16 लाख मरीजों की कैंसर से मौत हुई।

यह भी पढे़ं: जॉर्जिया के रेस्टोरेंट में 11 भारतीयों की मौत, कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की वजह से दम घुटा

इंडियन काउंसिल ऑफ मेडिकल रिसर्च (ICMR) का आकलन है कि 5 साल में देश में 12% की दर से कैंसर मरीज बढ़ेंगे, लेकिन सबसे बड़ी चुनौती कम उम्र में कैंसर का शिकार होने की है। नेचर जर्नल में प्रकाशित एक रिसर्च के अनुसार, कम उम्र में कैंसर की सबसे बड़ी वजहों में हमारी लाइफस्टाइल है।

ग्लोबल कैंसर ऑब्जरवेटरी के आंकड़ों के अनुसार, 50 साल की उम्र से पहले ब्रेस्ट, प्रोस्टेट और थायराइड कैंसर सबसे ज्यादा हो रहे हैं। भारत में ब्रेस्ट, मुंह, गर्भाशय और फेफड़ों के कैंसर के सबसे ज्यादा मामले सामने आ रहे हैं। बहरहाल, अब रूस के ऐलान के बाद कैंसर के खिलाफ जंग में उम्मीद की एक किरण जगी है।