भोपाल में LSD ड्रग्स तस्करी का खुलासा, पुलिस ने 19 वर्षीय छात्र को किया गिरफ्तार
भोपाल में पहली बार एलएसडी ड्रग तस्करी का मामला सामने आया है। क्राइम ब्रांच और नारकोटिक्स विंग ने 19 वर्षीय छात्र को 1.96 ग्राम एलएसडी के साथ गिरफ्तार किया।

भोपाल| शहर में पहली बार एलएसडी ड्रग की तस्करी का मामला सामने आया है। क्राइम ब्रांच और नारकोटिक्स विंग की संयुक्त कार्रवाई में 19 साल के एक छात्र को गिरफ्तार किया गया है, जिसके पास से 1.96 ग्राम एलएसडी बरामद की गई है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में इसकी कीमत लगभग 50 हजार रुपये आंकी गई है। एडिशनल डीसीपी शैलेंद्र सिंह चौहान ने बताया कि टीम को सूचना मिली थी कि एक युवक केरल से डाक के माध्यम से एलएसडी मंगा रहा है। इस इनपुट के आधार पर पुलिस ने चांदबड़ रोड स्थित सिकंदरी सराय पोस्ट ऑफिस पर नजर रखी। जैसे ही आरोपी ने "करन शर्मा" नाम से आए पार्सल को रिसीव किया, पुलिस ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया।
पार्सल खोलने पर उसमें मादक पदार्थ पाया गया, जिसकी पुष्टि एलएसडी ड्रग के रूप में हुई। पूछताछ में युवक ने कबूल किया कि वह पहले भी दो बार इसी तरीके से ड्रग मंगा चुका है। आरोपी एक निजी स्कूल में 12वीं का छात्र है और उसने यह तरीका यूट्यूब वीडियो देखकर सीखा था। वह "DAUNT LINK" नामक वेबसाइट से एलएसडी ऑर्डर करता था। पुलिस ने उसके खिलाफ एनडीपीएस एक्ट के तहत मामला दर्ज कर आगे की जांच शुरू कर दी है।
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एलएसडी (Lysergic Acid Diethylamide) एक हॉल्यूसिनोजेनिक ड्रग है, जो मानसिक स्थिति, सोचने की क्षमता और संवेदनाओं को प्रभावित करती है। इसका असर 20 से 90 मिनट के भीतर शुरू हो जाता है और करीब 12 घंटे तक बना रहता है। यह ड्रग आमतौर पर पेपर टैब, तरल या कैप्सूल के रूप में लिया जाता है।