जॉर्जिया के रेस्टोरेंट में 11 भारतीयों की मौत, कार्बन मोनोऑक्साइड गैस की वजह से दम घुटा

कर्मचारियों के बिस्तर के पास एक जनरेटर पाया गया था और शायद बिजली कट जाने के बाद इसे चालू किया गया था। इससे गैस रिलीज हुई।

Updated: Dec 17, 2024, 02:41 PM IST

त्बिलिसी। जॉर्जिया के गुडौरी के एक रेस्टोरेंट में 11 भारतीय समेत 12 लोगों की मौत हो गई। बताया जा रहा है कि 12वां शख्स जॉर्जिया का ही है। पुलिस के मुताबिक, ये सभी रेस्टोरेंट के दूसरे फ्लोर की एक कमरे में सो रहे थे। इसी दौरान कार्बन मोनोऑक्साइड गैस के रिसाव से इनका दम घुट गया।

पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच में उनके शरीर पर हिंसा या चोट के कोई निशान नहीं मिले हैं। जॉर्जिया की राजधानी त्बिलिसी में स्थित भारतीय दूतावास ने इस घटना पर दुख जताया है। दूतावास ने कहा, 'हम स्थानीय अधिकारियों के साथ मिलकर काम कर रहे हैं, ताकि शवों को जल्द भारत भेजा जा सके।'

जॉर्जिया के गृह मंत्रालय ने कहा कि इस घटना की जांच की जा रही है। रिपोर्ट्स के मुताबिक मृतक रेस्तरां में काम करते थे। कर्मचारियों के बिस्तर के पास एक जनरेटर पाया गया था और शायद बिजली कट जाने के बाद इसे चालू किया गया था। इससे गैस रिलीज हुई। मरने वालों की पहचान अभी जारी नहीं की गई है।

जॉर्जिया के आंतरिक मामलों के मंत्रालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि मृतकों में 11 विदेशी हैं जबकि एक उसका नागरिक था। बयान के मुताबिक, सभी मृतक उक्त भारतीय रेस्तरां में बतौर कर्मचारी काम कर रहे थे और उनके शव दूसरी मंजिल पर स्थित शयन कक्षों में पाए गए।

स्थानीय पुलिस ने जॉर्जिया की आपराध संहिता की धारा 116 के तहत जांच शुरू की है। यह धारा लापरवाही से मौत से जुड़ी है। पुलिस ने बताया कि शुरुआती जांच के मुताबिक, शयन कक्षों के पास एक बंद स्थान में विद्युत जनरेटर रखा गया था, जिसे संभवतः शुक्रवार रात को विद्युत आपूर्ति बंद होने के बाद चालू किया गया था। मौत का सटीक कारण जानने के लिए फोरेंसिक जांच भी की जा रही है।

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बता दें कि कार्बन मोनोऑक्साइड (CO) एक रंगहीन, गंधहीन, और स्वादहीन गैस है, जो अत्यधिक जहरीली होती है। यह शरीर के लिए बेहद खतरनाक है क्योंकि यह रक्त में ऑक्सीजन परिवहन करने की प्रक्रिया को बाधित करती है। CO गैस फेफड़ों में साँस के माध्यम से प्रवेश करती है। CO हीमोग्लोबिन के साथ बंध जाती है और कार्बोक्सीहीमोग्लोबिन बनाती है। इससे मस्तिष्क और हृदय जैसे ऑक्सीजन-निर्भर अंग सबसे पहले प्रभावित होते हैं। मस्तिष्क में ऑक्सीजन की कमी से चक्कर आना, बेहोशी और लोगों की मौत होती है।